सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट।
सिकटा( पश्चिमी चंपारण)* स्थानीय सीएचसी में कार्यरत आशा संघ ने अपनी 9 सूत्री मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के साथ ही विरोध प्रदर्शन भी किया। आशा संघ की अध्यक्ष सुनैना देवी ने कहा की आशा कार्यकर्ता महासंघ के तत्वाधान में अपनी मांग को लेकर सिकटा की आशा 23 जुलाई से हड़ताल पर हैं।उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलेटर के संबंध में सरकार द्वारा अब तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है। जबकि स्वास्थ्य सेवाएं में आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलेटर अपनी ड्यूटी निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ती है।वहीं कोरोना महामारी के दौरान आशाओं ने अपनी जान जोखिम में डालकर पूरी मुश्तैदी के कार्य का निर्वहन किया।बावजूद आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलेटर को सरकारी कर्मी का दर्जा नहीं मिलने व एक हजार से बढ़ा कर 10 हजार मानदेय करने, आशाओं के भुगतान में भ्रष्टाचार कमीशनखोरी पर सख्ती से रोक लगाने आदि विभिन्न मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।मौके पर प्रतिमा कुमारी, रागनी देवी, रंजू कुमारी, पूनम देवी, उषा देवी समेत सुगंधी देवी, फुलझरी कुंवर, सीमा देवी, सुनीता सिंह, रंभा देवी,गुडिया देवी, महापारा खातून, रेणु, रुपा,सरिता, सितारा, सोना आदि आशा उपस्थित रही।