प्रधान संपादक: ललन कुमार सिन्हा
रक्सौल: नेपाल के त्रिशूली नदी में बस हादसे के बाद रक्सौल का चालक लापता है। शव का इंतजार कर थक चूके परिजनों ने इसके सांकेतिक शव का दाह संस्कार कर दिया। बीरगंज नगवा में आज गमगीन माहौल बन गया। बस चालक जवाहीर महतो का कुश का सांकेतिक शव बनाया गया और इसका दाह संस्कार किया गया।चालक के परिजनों ने बताया कि अब इन लोगों में उसके जिंदा होने की संभावना नहीं रह गई है और ना ही उनके शव के मिलने की अब कोई आशा बची है। गोताखोरों ने शव की तलाश की। इस दौरान परिजनों ने इंतजार किया।
हिन्दू धर्म की परंपरा के अनुसार होगी बारहवीं
रोज घरवालों को जवाहीर महतो के शव के आने का इंतजार रहता था। थक हार के स्थानीय जानकारों से पूछताछ की गई। हिन्दू धर्म के परंपरा और मान्यता के अनुरूप परिजनों ने इनका दाह संस्कार कर दिया है।दाह संस्कार के लिए बांस की पचाठी बनाई गई और उस पर कुश का सांकेतिक शव बनाया गया। उसे कफन दिया गया और मृत की तस्वीर रखकर क्रिया कर्म किया गया। इसके बाद अब परंपरा के अनुसार ही बारहवीं की जाएगी।बता दें कि जवाहीर महतो एंजल बस के ड्राइवर थे और लैंड स्लाइड में बस सहित नदी में गिरकर बह गए। शव की खोज नेपाली प्रशासन करा रहा है। कई लोगों के शव मिल भी चूके हैं। जवाहिर महतो के शव का इंतजार इनके घरवाले कर रहे थे। शव नहीं आया, तो थक हार कर इनकी अंतिम क्रिया कर दी गई।