गौनाहा प्रखंड के सिट्ठी एवं रूपवलिया के कनीय अभियंता को कार्यमुक्त करने का निदेश।
बेतिया: ब्यूरो रिपोर्ट, ओकीलुर रहमान खान, जिलाधिकारी ने कहा कि नल-जल योजना राज्य सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना है। लाभुकों को हर हाल में नल-जल योजना का लाभ दिलाना सुनिश्चित किया जाय। नल-जल योजना के क्रियान्वयन में गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई निश्चित है।
गड़बड़ी करने वाले को सुधार करने का अंतिम मौका दिया गया है। इसके बावजूद भी अगर गड़बड़ी को ठीक नहीं कराया जायेगा तो कठोर कानूनी कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी आज कार्यालय प्रकोष्ठ में नल-जल योजना की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निदेशित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अंतिम चेतावनी के बावजूद भी अगर गड़बड़ी को संबंधित व्यक्ति द्वारा ठीक नहीं कराया गया तो प्राथमिकी दर्ज करायी जाय। साथ ही नीलाम पत्र वाद दायर भी किया जाय। नीलाम पत्र वाद के माध्यम से राशि की वसूली संबंधित व्यक्ति से की जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत नल-जल योजनाओं के क्रियान्वयन का लगातार समीक्षा करते रहेंगे। वहीं जिलास्तर पर उप विकास आयुक्त को नल-जल योजना के क्रियान्वयन का सत्त अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है।
समीक्षा के क्रम में यह प्रकाश में आया कि गौनाहा प्रखंड अंतर्गत सिट्ठी एवं रूपवलिया के कनीय अभियंता द्वारा मापीपुस्त संधारण में गड़बड़ी की गयी है। जिलाधिकारी ने इसे अत्यंत गंभीरता से लेते हुए कनीय अभियंताओं को कार्यमुक्त करते हुए कड़ी कार्रवाई करने का निदेश संबंधित अधिकारियों को दिया है।
उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि गड़बड़ी करने वाले व्यक्तियों को शोकाॅज करते हुए दस दिनों के भीतर गड़बड़ी को करने का अल्टीमेटम दिया गया है। निर्धारित समय के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारियों के माध्यम से स्थलीय निरीक्षण कराया जायेगा। कार्य असंतोषजनक पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
इस अवसर पर सभी अनुमंडल पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।