नरकटियागंज में रफ्तार की कहर का शिकार बनी एक जीविका दीदी कुंती।
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
नरकटियागंज (पच्छिम चम्पारण)
राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक जीविका दीदी को उनके खाता के माध्यम से 10 हजार का भुगतान हुआ था। इसी क्रम में, डीके शिकारपुर निवासी जीविका दीदी कुंती देवीअपने खाते को अपडेट कर कर पैसा निकालने के लिए अपने बेटे जितेंद्र के बाइक पर सवार होकर अपना खाता अपडेट करने यूनियन बैंक जा रही थी ताकि अपडेट कर कर पैसा निकाला जा सके,तभी अचानक पकड़ीढाला के पास बाइक नियंत्रित होकर गिर गई, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई,जिनका इलाज हेतुअनुमंडल अस्पताल में लाया गया,मगर डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी के लापरवाही के कारण इलाज में देर होने से उनकी मृत्यु हो गई। मृत्यु होने के बाद परिजनों ने अस्पताल में दहाड़ मार कर रोने लगे।ग्रामीणों ने संवाददाता को बताया कि उनकी मृत्यु हो जाने से पांच बच्चों के सर पर से मां का साया उठ गया। मृतिका घर से निकलने के पहले अपने बेटियों से कहकर निकली थी कि खाताअपडेट हो जाने के बाद पैसा निकाल कर लाऊंगी तो घर का काम किया जाएगा।