हुनर सिख महिलायें स्वालंबी बनकर अपने पैरों पर खड़ा हो सकती है:-एसएसबी

हुनर सिख महिलायें स्वालंबी बनकर अपने पैरों पर खड़ा हो सकती है:-एसएसबी

Bettiah सिकटा

सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट

बेतिया/ सिकटा – एस एस बी के द्वितीय सेनानायक अनेन्द्र मणि सिंह ने कहा कि महिलाएं स्वालम्बी बने।वे किसी का मोहताज नहीं हो, अपने पैरों पर खड़ी हो सके।एसएसबी सीमा की निगहबानी के साथ साथ एसएसबी सामाजिक कार्यो को भी समय समय पर अंजाम देती है।सामाजिक कार्यो में चिकित्सीय शिविर, मोटर ड्राइबरिंग, बीयूटीशियन कोर्स हो या सिलाई बुनाई सीखाने का काम हो।वे स्थानीय जनता उच्च विद्यालय में सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत आयोजित 30 दिवसीय सिलाई बुनाई कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए बोल रहे थे।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर किया गया।रामा फाउंडेशन द्वारा संचालित इस सिलाई बुनाई प्रशिक्षण में 25 लड़कियों को प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है।फाउंडेशन की तरफ से सीखने वाली महिलाओं को टेलरिंग कीट दिया गया,जिससे सिलाई बुनाई का सामग्री रहा।द्वितीय सेनानायक श्री सिंह ने बताया कि सीमा पर ग्रामीणों एवं एसएसबी के बीच बेहतर तालमेल रहे, साथ साथ सीमावर्ती क्षेत्रों के बच्चों को अच्छी तालीम मिले इस पर भी एसएसबी काम करती है।गांव और व्यक्ति का विकास तभी सम्भव है जब उस क्षेत्र के लोग शिक्षित होंगे।आगे कहा कि कोरोना का तीसरा लहर डरावना दिख रहा है।ऐसे में आप सब एहतियात बरतने का काम करे।नियमित रूप से मास्क लगाए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करे।सभी महिलाओं को ट्रेनर सुनीता देवी ने प्रशिक्षित किया।मौके पर एसएसबी के इंस्पेक्टर संजय कुमार, ललित कुमार, कुलदीप सिंह, राहुल कुमार, सोनू कुमार, रामा फाउंडेशन के स्टेट कॉर्डिनेटर रवीकेश पांडेय, मुखियापुत्र राजन चौरसिया, शिक्षक शंभु नाथ चौधरी, रमेश कुमार,प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों में विजयलक्ष्मी रौनियार,कुसुम कुमारी, कंचन देवी,सुनीता, सपना, श्रेया समेत कई अन्य शामिल रही।

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