सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट,
बेतिया /सिकटा – स्थानीय प्रखंड में मनरेगा योजना का लाभ गरीब मजदूरों को नही मिल कर मशीनों को मिल रहा है।मनरेगा से कराए जा रहे कार्य मजदूरों के जगह मशीनों से कराये जा रहे है। आधुनिकता की दौर में इस तरह के कार्यों के वीडियो लगातार वायरल हो रहे है। जिस पर अधिकारियों की निंद भी हराम होने लगी है। लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही की जा रही है।जिससे संवेदक की चांदी कट रही है।वे मोटी कमाई कर रहे है।वही ग्रामीणों का आक्रोश भी बढने लगा है।
यह गम्भीर मामला कही और का नही बलथर पंचायत का है। वायरल वीडियो के अलावा बलथर पंचायत के जटाशंकर पटेल, विनोद दास, शशि कुमार, पारस पटेल आदि ने इसकी शिकायत जिला उप विकास आयुक्त, जिला पदाधिकारी समेत सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री से किया है। ग्रामीणों ने बताया है कि बलथर चौक से उत्तर बीएसएनएल टावर के पास पीडब्लूडी सड़क से त्रिवेणी नहर तक सड़क का चौडीकरण व मिट्टी भराई कार्य मनरेगा योजना से किया गया है। यह योजना रोजगार सृजन के लिए होता है।
लेकिन यहां मजदूरों को रोजगार नही देकर ट्रैक्टर को दिया गया है। जबकि इस योजना से कच्ची सड़क पर केवल मिट्टी भराई कार्य पर रोक है। वही मजदूर काम के अभाव में पलायन को मजबूर है। प्राकल्लन भी बढाचढाकर बनाने का आरोप लगाया गया है। कार्यक्रम पदाधिकारी भागीरथ प्रसाद का कहना है कि मामले में जिला से टीम आकर जांच करके गई है इसमे हम क्या कर सकते है। उधर मुखिया सुनील कुमार उर्फ पप्पू सिंह ने कहा कि पंचायत राजनीति के तहत गलत आरोप लगाया गया है। यह कार्य केवल मजदूरों से कराया गया है। मजदूरों के पलायन रोकने को लेकर ही इस कार्य को कराया गया है।