बिहार: कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री की जनता कर्फ्यू वाले अपील का बिहार में व्यापक रूप से असर देखने को मिल रहा है. रविवार की सुबह से ही जहां सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है वहीं लोग पूरी तरह से घरों में बंद हैं।
मुजफ्फरपुर में जनता कर्फ्यू लगने के समय यानी सुबह 7:00 बजे से पहले ही विभिन्न मंदिरों में पूजा कर ली गई बिहार के इलाकों में भी जनता को लेकर लोगों के समर्थन की खबरें लगातार मिल रही है। आमतौर पर जॉगिंग समेत योगाभ्यास के लिए सड़क और मैदानों का रुख करने वाले लोगों ने भी पीएम की इस मुहिम का समर्थन करते हुए अपने आप को घर में ही सुरक्षित कर रखा है.
पटना के विभिन्न इलाकों में जहां लोग अपने घरों में ही बंद दिखे वहीं सड़क पर भी कर्फ्यू सा नजारा दिख रहा है. पटना के अलावा आरा में भी मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों की तादाद पार्कों और मैदानों में ना के बराबर दिखी. पूर्णिया की बात करें तो पूर्णिया में भी जनता कर्फ्यू का व्यापक समर्थन देखने को मिल रहा है रोजाना सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक योगाभ्यास करने वाले साधकों ने भी इस योगाभ्यास को घर में ही पूरा किया।
लोगों ने पीएम की अपील का समर्थन करते हुए कहा कि कोरोना की बीमारी का सबसे बड़ा इलाज जानकारी और बचाव है. बिहार के अन्य इलाकों में भी जनता का असर देखने को मिल रहा है. मुजफ्फरपुर में एनएच 28 समेत सीतामढ़ी, मोतिहारी, बेतिया, भारत नेपाल सिमा भी सम्पूर्ण रूप से बंद है, जनता कर्फ्यू का असर ऐसा रहा कि सुबह से 6:00 बजे के बाद कोई भी गाड़ी सड़क पर नहीं दिखी. गोपालगंज की बात करें तो यहां सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
इक्का-दुक्का लोग ही सड़कों पर निकल रहे हैं मुख्य सड़क के अलावा गलियां और चौक चौराहे वीरान पड़े हैं लोग पीएम की अपील का समर्थन कर रहे हैं वहीं इसकी भूरी भूरी प्रशंसा भी कर रहे हैं। क्योंकी जनता कर्फ्यू के आलावा दूसरा कोई उपचार नही है इस वायरस से बचाव के लिए कायवाद यह भी लगाई जा रही की जनता कर्फ्यू का आगे भी लगाई जा सकती है।