न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान,
मझौलिया पश्चिमी चंपारण) मझौलिया प्रखंड के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरिसवा में टीबी बीमारी को लेकर देखभाल और सहायता समूह की बैठक सम्पन्न हुई।बैठक में टीबी मरीज,टीबी चैंपियन,टीबी मरीज की देखभाल करनेवाले परिजन,एसटीएस,लैब तकनीशियन आदि शामिल हुए।इस दौरान एपीएचसी सरिसवा के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुमित कुमार ने कहा कि टीबी बीमारी अब लाईलाज नही है।अगर लक्षण आने पर सही समय पर जांच और ईलाज हो तो टीबी को जड़ से समाप्त कर सकते है।
डॉ सुमित ने कहा कि टीबी बीमारी कलंक नही है इसलिए इससे मन मे कुंठा की भावना न रखें।वही केएचपीटी के सामुदायिक समन्यवक डॉ घनश्याम ने बैठक में उपस्थित नए मरीजों से कहा कि टीबी बीमारी की दवा लगातार छः महीने तक खाने से मरीज ठीक हो जाते है।डॉ घनश्याम ने कहा कि टीबी से ग्रसित मरीजों को सरकार के तरफ से पांच सौ रुपये पोषण राशि दी जाती है।
बैठक में टीबी मरीजों को फोन ए फ्रेंड के तहत निःशुल्क टॉल फ्री नंबर भी उपलब्ध कराया गया जिस नंबर पर मरीज तथा उनके देखभाल करने वाले मिस्ड कॉल देकर टीबी बीमारी संबंधित जानकारी ले सकते है।इस दौरान टीबी मरीजों को दिए गए टीबी कैलेंडर पर भी चर्चा की गई।
मौके पर उपस्थित टीबी चैंपियन रुस्तम अंसारी ने टीबी मरीजों को बताया कि जिस दिन मुझे मालूम हुआ कि मुझे भी टीबी है मैं भी काफी घबडा गया था लेकिन सरकारी अस्पताल से दवा लेकर लगातार छः माह तक दवा खाया और डॉक्टरों के निर्देश का पालन किया जिससे मैं आज पूर्ण रूप से स्वस्थ हूँ।रुस्तम ने टीबी मरीजों से कहा कि वें घबराये नही और नियमित रूप से दवा का सेवन करें आपलोग भी पूर्णरूप से स्वस्थ हो जाएंगे।इस दौरान टीबी मरीजों की समस्याओं का निराकरण किया गया।बैठक में एएनएम सुनीला कुमारी सहित 10 टीबी मरीज तथा उनके देखभाल करने वाले परिजन उपस्थित रहे।