लौरिया मेले की सारी तैयारियां पूरी, आज गुरुवार से मेला का हुआ शुभारंभ।

लौरिया मेले की सारी तैयारियां पूरी, आज गुरुवार से मेला का हुआ शुभारंभ।

Bettiah Bihar West Champaran लौरिया

वैदिक मंत्रोच्चारण व  विधिवत पूजा अर्चना के बाद नारियल फोड़कर किया गया शुभारंभ।

सैकड़ों की संख्या में लोग अशोक स्तंभ परिसर में पुजा करने आये।

प्रसाद चढ़ाने वालों का लगा रहा तांता।

दुकानें सज धज कर तैयार।
आज से मन्नत पुरा होने पर लोग ल उर बाबा पर चढ़ायेंगे प्रसाद।
मन्नत मांगने हेतु आते हैं लोग‌
आसपास के लोगों में गजब रहती है श्रद्धा।
मन्नत मांगने आते हैं दुर दराज से लोग।
अगहन के मधान से होता है  मेला शुरू।
बच्चों के मनोरंजन हेतु सभी प्रकार के लगें हैं  झुला।
सुरक्षा व पीने का पानी का भी हो रही व्यवस्था।
अगहन माह में लगने वाले लौरिया मेले में रहेगी रौनक।
पिछले साल कोरोना को लेकर नहीं लगा था मेला।
वहीं संवेदक  ने बताया की इस साल मेले में सभी दुकानें लगेंगे। वहीं मनोरंजन हेतु मौत कुआं थियेटर झुला आदि भी लगें हुए हैं।
भीड़ और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम कराये जायेंगे।
जानकारी के अनुसार लौरिया मेले का स्थान सोनपुर के बाद दुसरे स्थान पर आता है जो लगभग दो माह लगता है।
इस मेले का आयोजन लोग ल उर बाबा के नाम से जानते हैं लोग यहां हजारों की संख्या में मन्नत मांगने आते हैं और जिनकी पुरी हो जाती है वे सपरिवार लपसी  पुरी ल उर बाबा पर चढ़ाते हैं।
श्रद्धा पूर्वक जो मन्नत मांगा जाता है उनकी मन्नत पूरी होते हैं ।
वहीं इसे देखने विदेशी पर्यटक भी हजारों की संख्या में आते हैं।
वहीं ल उर बाबा पर प्रसाद चढ़ाने पड़ोसी देश नेपाल  पड़ोसी राज्य युपी तथा बिहार के कई जिले से लोग आते हैं।
यहां का मेला का इतिहास हजारों साल पुरानी है।
यहां मेले में लकड़ी के फर्नीचर लोहे के बर्तन कपड़े महिला श्रृंगार के सामान बच्चों के खिलौने उनी कपड़े सहित मिठाई की दुकान सजती है ।
पहले जानवरों का मेला भी लगता था परंतु कालांतर में आधुनिक लोग पारंपरिक रूप से खेती के साधन बैल पर र्निभर थे जिससे बैल का बहुत बड़ा बाजार लगता था। परंतु अब न के बराबर मवेशीho आते हैं।
वहीं मेले के लगने से लोगों में काफी हर्ष का माहौल है लोगों में मेला लगने पर उत्सुकता देखी जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *