करीब चार माह पहले राज्य सभा सांसद कोश से हुआ था निर्माण!
गुणवत्ता पर उठने लगे सवाल!
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!
लौरिया ( पश्चिमी चंपारण ) नगर पंचायत के नंदन गढ़ के सामने से मरहिया गांव को जोड़ने वाला बना सड़क महज चार माह के भीतर ही टूटने लगा और यह सड़क भ्रष्टाचार का बलि चढ़ गया है। इसकी शिकायत लोगों ने विभागीय अधिकारी से की है। विदित हो कि मई माह में नगर पंचायत के नंदन गढ़ के सामने से दुर्गा मंदिर के रास्ते मरहिया को जोड़ने वाले मार्ग का राज्यसभा सांसद कोष से पीसीसी सड़क निर्माण कराया गया था। जिसमें कुल लागत 7 लाख 5 हजार 7 सौ रुपया खर्च हुआ था। यह योजना वर्ष 22 _ 23 का है, जिसे इसी वर्ष के मई माह के अंतिम दिनों में सड़क का पक्कीकरण कराया गया है। सबसे हैरानी की बात यह है कि इस मार्ग पर चार चक्का या इससे अधिक चक्कों वाली गाड़ियां नहीं चलती है, क्योंकि इस रूट से लौरिया, मरहिया या बाजार जाने का रूट उल्टा पड़ता है। जिस कारण से इस मार्ग में बड़ी गाडियां प्रायः नहीं चलती हैं। वहीं इसी मार्ग में एक निजी विद्यालय भी है। बावजूद इसके केवल दो चक्का वाहनों के आवागमन से ही यह सात लाख से बना पक्कीकरण सड़क महज चार माह के भीतर धंसना, टूटना और सड़क पर से गिट्टी, बालू निकलकर बाहर होना पुरी तरह से गलत तरीके और मानक की धज्जियां उड़ना दर्शाता है। इस बाबत पडरौंन, पकड़ी के उमेश यादव, वेदव्रत पांडेय, रामानंद दास, अरुण यादव, कमल यादव आदि का कहना है कि यहां पुरी तरह से अधिकारियों और संवेदक में राशि की बंदरबांट हुई है। कहीं भी सड़क दिखाई नहीं दे रहा है। लूट खसोट मचल बा। जेकरा जेतना लूट लेवे के जल्दबाजी बा।
इस बाबत विभागीय कनीय अभियंता अजय कुमार से जब उनसे संपर्क कर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें इसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा मिली है। जल्द ही इसे मरम्मत कार्य प्रारंभ कराकर उसे दुरुस्त कराया जाएगा।