जीएमसीएच में भीड़ को देखते हुए रजिस्ट्रेशन काउंटर, सभी दवा काउंटरों को खोलने की मांग:- सुरैया सहाब।

जीएमसीएच में भीड़ को देखते हुए रजिस्ट्रेशन काउंटर, सभी दवा काउंटरों को खोलने की मांग:- सुरैया सहाब।

Bettiah Bihar West Champaran

जीएमसीएच में भीड़ को देखते हुए रजिस्ट्रेशन काउंटर, सभी दवा काउंटरों को खोलने की मांग:- सुरैया सहाब।

बेतिया से वकीलुर रहमान खान की‌ ब्यूरो रिपोर्ट।

बेतिया (पच्छिम चम्पारण)
जीएमसीएच में अपार भीड़ को देखते हुए रजिस्ट्रेशन काउंटर की संख्या बढ़ाने के साथ साथ सभी दवा काउंटरों को खोलने की मांग,स्थानीय मानवाधिकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता,सुरैया सहाब ने अस्पताल प्रशाशन के साथ साथ जिला प्रशासन से जनहित में की है।
उन्होंनेअपनी मांग में कहा है कि सुबह से ही अस्पताल के पंजीयन काउंटर पर अपार भीड लग जाती है,मरीजों को कतार में खड़ा होकरअपने नंबर का इंतजार करना पड़ता है,अपार भीड़ लग जाने के कारण शोर सराबा,धक्का मुक्की,चिल्ला चिल्लाहट, आपसी रंजिश शुरू हो जाता है,संवाददाता भी प्रतिदिन समाचार संकलन करने के लिए जीएमसीएच का भ्रमण करते रहते हैं,इसी क्रम में, देखने को मिलता है कि मात्र एक काउंटर से ही पंजीयन करने का काम चलाया जाता है,जिसके कारण रोगियोंऔर उनके परिजनों की भारी संख्या जमा हो जाती है।भीड़ में परिजनों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।यही स्थिति दवा काउंटर का भी है।
सुदूर गांव से आए हुए रोगी, उसके परिजनअपार भीड़ को देखते हुए कई घंटा लाइन का इंतजार करते हुए थक जाते हैं परेशान हो जाते हैं,तो वह लोग विकट परिस्थिति में निजी क्लीनिक और निजी डॉक्टरों का सहारा लेते हैं जो
बहुतअफसोस की बात है,पूर्व से ही इस सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की स्थिति इतनी खराब है कि कहना मुश्किल है,आम जनता को समुचित इलाज नहीं मिल रही है। रोगियों को कोई जांच की सुविधा नहीं मिल रही है, जिसके कारण अस्पताल के बाहर जाकर निजी क्लीनिक, जांच घर में जांच कराने पर मजबूरी है।डॉक्टर भी सही समय पर उपस्थित नहीं रहने,अस्पताल कर्मी,नर्स स्टाफ की कमी नजरआ रही है,इन लोगों का व्यवहार भी आम जनता के साथ ठीक नहीं है।जिला के भाजपा सांसद,विधायक,विधान पार्षद सभी इससेअनभिज्ञ हैं,कोई भी,किसी दिन भी जाकर अस्पताल में निरीक्षण नहीं करते हैं है कि वहां क्या कमी है,किस तरह के व्यवहार रोगी और उनके परिजनों के साथ किया जा रहा है,केवल यहां मनमानी चल रही है। अस्पताल के गार्ड भीअपनी ड्यूटी सही तरह से नहीं अंजाम दे रहे हैं,उनका भी व्यवहार रोगीऔर उनके परिजनों के साथ ठीक नहीं है। इस सरकारी अस्पताल की स्थिति इतनी खराब है कि डॉक्टर,अस्पताल कर्मी मरीजों को बाहर से दवा,सुई,जांच, इलाज कराने के लिए प्रेरित करते हैं। जिला के मनवाअधिकार सह सामाजिक कार्यकर्ता,सुरैया सहाब ने जनहित में मुख्यमंत्री से मांग की है किअभिलंब ही जिला की इसअस्पताल की सभी स्तर की जांच,राजय स्तरीय स्वास्थ्य विभाग की टीम से कराने की दिशा मेंअग्रतर कार्रवाई करना चाहेंगे,ताकि वस्तुस्थिति सामनेआजाए,इसमें सुधार की गुंजाइश बन सके।

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