राजस्व ग्राम लौरिया में फार्मर रजिस्ट्री शिविर का कार्य प्रारंभ।

राजस्व ग्राम लौरिया में फार्मर रजिस्ट्री शिविर का कार्य प्रारंभ।

Bettiah Bihar West Champaran

राजस्व ग्राम लौरिया में फार्मर रजिस्ट्री शिविर का कार्य प्रारंभ।

शिविर में पीएम-किसान योजना के ई-केवाईसी प्रक्रिया और जमीनी दस्तावेज होगा सत्यापन।

लौरिया से राजा मिश्रा के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की‌ ब्यूरो रिपोर्ट।

लौंरिया/बेतिया(पच्छिम चम्पारण)
केन्द्र एवं राज्य सरकार
की सभी योजनाओं का लाभ प्रदेश के किसानों तक सीधे पहुंचने के लिए राज्य सरकार की ओर से राजस्व ग्राम में फार्मर रजिस्ट्री शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। शिविर यह सुनिश्चित करने में सहायता करती है कि सरकारी योजनाओ का लाभ सही लाभुको तक कुशलतापूर्वक पहुंचे। शिविर न केवल पारदर्शिता बढ़ाती है बल्कि कृषि से सम्बंधित योजनाओ में सब्सिडी,बीमा और अन्य लाभों के वितरण को भी व्यवस्थित करती है।आज लौरिया प्रखंड अंतर्गत चयनित फार्मर राजिस्टरी का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है जिसमें कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग के करमियों के द्वारा फार्मर आई डी तैयार किया जा रहा है।अगर आप भी पीएम किसान योजना से जुड़े हैं तो जान लें कि आपको ई-केवाईसी करवाना सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर आप इस काम को नहीं करवाते हैं तो आपकी किस्त अटक सकती है। विभाग द्वारा पहले ही ये साफ किया जा चुका है कि किसानों को किस्त का लाभ लेने के लिए ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य है।
अगर आपने अब तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है तो इसे जल्द से जल्द करवा लें, वरना आप आगे जारी होने वाली किस्त से वंचित रह सकते हैं। इस लिए आप अपने नजदीकी क़ृषि सेंटर में जाकर ई-केवाईसी करवा सकते हैं यह संबंधित अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।यहां पर बायोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी की जाती है।साथ ही ई-केवाईसी के अलावा भी कुछ काम हैं जो जरूरी हैं। इसमें पहला काम है भू-सत्यापन का आपको इस काम को भी करवाना होता है,भू-सत्यापन के अलावा आपको आधार लिंकिंग का काम भी करवाना जरूरी है जिसमें आपको अपने बैंक खाते से अपने आधार कार्ड को लिंक करवाना होता है। इसके लिए आपको अपने बैंक की ब्रांच में जाना होता है।
पीएम-किसान योजना के ई-केवाईसी प्रक्रिया में आगे की कड़ी के लिए कर्मचारी द्वारा यह प्रक्रिया की जाएगी:पहचान सत्यापन:कर्मचारी,किसान की पहचान को आधार कार्ड या अन्य संबंधित दस्तावेजों के माध्यम से सत्यापित करेंगे और कर्मचारी, किसान के विवरणों को ऑनलाइन पोर्टल में दर्ज करेंगे, जिसमें आधार नंबर, बैंक खाता संख्या और अन्य आवश्यक जानकारी शामिल हैं। कर्मचारी, किसान के मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करके सत्यापित करेंगे या यदि किसान का मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है, तो कर्मचारी बायोमेट्रिक सत्यापन के माध्यम से किसान की पहचान सत्यापित करेंगे और दस्तावेजों का अपलोड कर्मचारी,किसान के भूमि रिकॉर्ड और अन्य संबंधित दस्तावेजों को पोर्टल पर अपलोड करेंगे। कर्मचारी सभी विवरणों को सत्यापित करने और दस्तावेजों को अपलोड करने के बाद,ई-केवाईसी प्रक्रिया को सफलतापूर्ण सबमिट करेंगे।
इस तरह कर्मचारी ई-केवाईसी
प्रक्रिया में किसानों की मदद करके उन्हें योजना के लाभों के लिए पात्र बनाएंगे।

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