फर्जी पुलिस बनकर कर रहा था अवैध वसूली, वर्दी समेत गिरफ्तार!
रमेश ठाकुर के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
सिकटा(पच्छिम चम्पारण)
सिकटा पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जो बिहार पुलिस की वर्दी पहनकर दुकानदारों से अवैध वसूली कर रहा था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान रफ़े आलम, पिता सैफुल्लाह मियां, निवासी रखही, थाना शिकारपुर के रूप में की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी कई दिनों से खुद को पुलिसकर्मी बताकर क्षेत्र के दुकानदारों और व्यवसायियों से रंगदारी वसूलता था। वह खुद को चुनाव ड्यूटी में तैनात बताकर दुकानदारों पर दबाव बनाता था। मामले की जानकारी उस समय सामने आई जब ड्यूटी पर तैनात एएसआई सुभाष कुमार ने पंडाल परिसर में संदिग्ध रूप से वर्दी पहने युवक को देखा और पूछताछ शुरू की।
जांच के दौरान आरोपी से फर्जी कमान पत्र और नकली पुलिस पहचान पत्र बरामद हुए। पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि आरोपी लोगों से वसूले गए पैसों से ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहा था और अपने परिवार को भ्रमित करने के लिए कहता था कि उसकी नियुक्ति बिहार पुलिस में हो गई है।
सिकटा थानाध्यक्ष ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर जांच की और आरोपी को हिरासत में ले लिया।
तलाशी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से बिहार पुलिस की दो वर्दियाँ (कॉम्बैट व खाकी बैच और नेमप्लेट सहित),दो बेल्ट, तीन बैरेट कैप, पिस्तौल व कारतूस रखने का कवर,तीन अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड और नकली दस्तावेज़ बरामद किया।
पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह वर्दी का इस्तेमाल दुकानदारों और पंडाल संचालकों से धन उगाही के लिए करता था। वह कहता था कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो दुकान या आयोजन के खिलाफ कार्रवाई कर दी जाएगी।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, सरकारी पद का दुरुपयोग और ठगी की धाराओं में मामला दर्ज कर 04 अक्टूबर 2025 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में राहत का माहौल है और लोग सिकटा पुलिस की तत्परता की सराहना कर रहे हैं।
इधर, आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जिला पुलिस प्रशासन ने सीमा क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाने और संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखने के निर्देश जारी किए हैं ताकि किसी भी तरह की अवैध वसूली या आपराधिक गतिविधि पर रोक लगाई जा सके।