पटना: बिहार में सोमवार से लॉक डाउन में कुछ छूट के साथ कई काम शुरू हो जाएंगे. खास कर रोजगार से जुड़े कार्य. दूसरी और सभी सरकारी दफ्तरों में भी काम-काज प्रारंभ हो जाएगा. केंद्रीय गृह मंत्रालाय के दिशा-निर्देश के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्य शुरू किए जाने हैं.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए देश में 22 मार्च को लागू एक दिवसीय जनता कर्फ्यू के बाद से ही कई कार्य बंद थे. इसके अगले दिन यानी 23 मार्च से बिहार सरकार ने राज्य में 31 मार्च तक लॉक डाउन की घोषणा कर दी थी. वहीं, 24 मार्च की आधी रात से देश में लॉकडाउन लागू है. इसके बाद भी हालांकि स्वास्थ्य, पुलिस, आपदा प्रबंधन, कृषि आदि विभागों में कार्य इन दौरान भी युद्ध स्तर पर चल रहे थे. लेकिन, सोमवार से उनको फिर से सक्रिय करने की कवायद शुरू कर दी गई है।
राज्य सरकार के सभी विभागों और कार्यालयों में 20 अप्रैल से काम शुरू होगा. इस बाबत सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया है. इसके मुताबिक वर्ग (क) और (ख) के सभी पदाधिकारी प्रतिदिन कार्यालय में आएंगे. वहीं वर्ग (ग) और इसके नीचे के तथा संविदा कर्मी एक तिहाई की संख्या में कार्यालय आएंगे. अर्थात कुल कर्मियों के 33 प्रतिशत कर्मी उपस्थित होंगे. समूह बांटने की जिम्मेदारी कार्यालय प्रधान को दी गई है।
लॉकडाउन में मालवाहक वाहनों का सुगमता से परिचालन हो सके, इसको लेकर राज्य सरकार ने एनएच और एसएच पर के ढाबे और रेस्टूरेंट को खोलने की अनुमति दी है. इसको लेकर सभी जिलों के डीएम-एसपी को भी निर्देश दिया गया है. हर 15 किलोमीटर पर एक ढाबे-रेस्टूरेंट खोलने की अनुमति है. ताकि मालवाहक वाहनों को चलाने वाले और उसके सहायक को भोजन आदि की दिक्कत नहीं हो।
सोमवार से मनरेगा के तहत काम शुरू कर दिए जाएंगे. ताकि मजदूरों को रोजगार मिल सके. लॉकडाउन में रोज कमाने खाने वाले लोगों को दिक्कत नहीं हो. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सभी विभागीय पदाधिकारियों को जिलों के डीएम-एसपी को निर्देश दिया है। बाहर से आये मजदूरों को भी मनरेगा से लिंक करने का निर्देश उन्होंने दिया है. इसके अलावा सात निश्चय के कार्यक्रम हर घर नल का जल, पक्की गली-नालियॉ, शौचालय का निर्माण, तालाबों/पोखरों का जीर्णोद्धार कार्य शुरू करने के निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए हैं। इसी प्रकार मुख्य और ग्रामीण सड़कें, पुल-पुलिया आदि निर्माण कार्य भी शुरू किए जाएंगे।