ब्यूरो रिपोर्ट, बेतियाः जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न विकट समस्या के निराकरण हेतु पौधरोपण किया जाना अतिआवश्यक है। पर्यावरण को बेहतर बनाने में वृक्ष और पौधे अत्यधिक मदद करते हैं। ये हवा को शुद्ध करते हैं, पानी को संरक्षित करते हैं, जलवायु नियंत्रण में मदद करते हैं, मिट्टी की शक्ति को बरकरार रखते हैं और कई अन्य तरीकों से समग्र रूप से पर्यावरण को लाभ पहुंचाते हैं।
इस हेतु जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत जिले में 05 लाख 75 हजार विभिन्न पौधे लगाने का लक्ष्य कार्यकारी विभागों को दिया गया है। पौधरोपण कार्य को पूरी तत्परतापूर्वक ससमय पूर्ण किया जाय ताकि वर्तमान एवं भविष्य में हमें तथा आने वाली पीढ़ियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि पौधरोपण में आम, लीची, कटहल, अमरूद, जामुन, आंवला, सागवान, महोगनी, अर्जुन, पोपुलर, ग्रीन समूल, कदम्ब आदि पौधों को शामिल किया गया है। ये पौधे बड़े होकर मानव जीवन के अत्यंत लाभकारी होते हैं। उन्होंने कहा कि पौधरोपण कार्य हेतु चिन्हित स्थलों के अलावा सड़कों के किनारे दो-तीन रो में पौधरोपण किया जाय। जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
समीक्षा के क्रम में उप विकास आयुक्त, श्री रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह द्वारा बताया गया कि प्रखंडवार 9 अगस्त तक कुल 05 लाख 75 हजार पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मैनाटांड़ प्रखंड अंतर्गत कुल 32400 पौधरोपण करने का लक्ष्य दिया गया है।
वहीं रामनगर प्रखंड अंतर्गत 40000, बगहा-01 प्रखंड अंतर्गत 15000, भितहां प्रखंड अंतर्गत 20000, ठकराहां प्रखंड अंतर्गत 15600, लौरिया प्रखंड अंतर्गत 14200, बैरिया प्रखंड अंतर्गत 37800, योगापट्टी प्रखंड अंतर्गत 27400, सिकटा प्रखंड अंतर्गत 25800, चनपटिया प्रखंड अंतर्गत 54200, बगहा-02 प्रखंड अंतर्गत 67000, बेतिया प्रखंड अंतर्गत 16200, गौनाहा प्रखंड अंतर्गत 40000, मधुबनी प्रखंड अंतर्गत 11000, मझौलिया प्रखंड अंतर्गत 46600, पिपरासी प्रखंड अंतर्गत 7400, नरकटियागंज प्रखंड अंतर्गत 60000 एवं नौतन प्रखंड अंतर्गत 44400 पौधरोपण करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निदेशित कर दिया गया है।