घोड़ासहन (पूर्वी चम्पारण)
बिते 7 सितंबर को घोड़ासहन अंचल क्षेत्र के टोनवा में सरकारी लकड़ी चोरी का मामला प्रकाश में आया था। मामले में स्थानीय लोगों द्वारा अंचलाधिकारी को एक आवेदन दिया गया था जिसमें टोनवा गांव के पांच लोगों पर जिन्दा पेंड काटकर व्यापार करने का आरोप लगाया गया था।
आवेदन का एक प्रतिलिपि मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी को भी दिया गया था। मामले में अंचलाधिकारी अनिल कुमार श्रीवास्तव ने मनरेगा का पेड़ होने की बात कहते हुए पाला झाड़ लिया था तब ग्रामीणों ने कार्यक्रम पदाधिकारी से भी बात किया जिसमें उन्होंने कारवाई करने से साफ इंकार कर दिया।
दोषियों पर कार्रवाई का आस लिए ग्रामीण अभिमन्यु कुमार ने अनुमंडल पदाधिकारी सिकरहना को आवेदन किया जिसमें उन्होंने कारवाई करने का भरोसा दिया था। लेकिन स्थिति यह है कि कई हफ्तों को बाद भी कारवाई नहीं हुई। वहीं अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि मामले में अंचलाधिकारी व मनरेगा पीओ को संयुक्त रूप से जांच करने का आदेश दिया गया है। जांच के बाद जो रिपोर्ट आएगी उसके अनुसार आगे कारवाई की जाएगी।