बेतिया / सिकटा संवाददाता अमर कुमार
(सेनानायक एसएसबी)प्रियवर्त शर्मा सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल के जवान सरहद की सुरक्षा के साथ साथ पर्यावरण के संरक्षण में भी लग गई है। ग्लोबल वार्मिग एवं जलवायु परिवर्तन के बिरुद सबसे प्रभावी टीका बृक्ष ही है।इसी को गृहमंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के सहयोग से इस अभियान की नींव रखते हुए कार्यक्रम को गति प्रदान किया। इसी बीच एसएसबी के 47वी वाहिनी को भी इस मिशन के तहत पेड़ पौधों को लगाने का लक्ष्य मिला।2020 में इस बटालियन को 25 हजार बृक्ष लगाने को मिला।एसएसबी ने इस मुहिम को सार्थक करते हुए 25225 बृक्ष लगा दिया।वही वर्ष 2021 में भी एसएसबी को 22200 का लक्ष्य मिला।इसके तहत 25 जुलाई तक 13750 बृक्षारोपण कर दिया गया है।इस अभियान में 25 किस्मों के बृक्ष लगाए गए है।जिसमे फलदार बृक्षों के अलावे जीवनदायिनी बृक्ष भी लगाए गए है।कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन की समस्या से जूझने के बाद सरकार ने पीपल और बरगद के बृक्ष लगाने पर जोर दिया है।इसपर पहल भी शुरू कर दी गई है।बन विभाग भी इसके लिए तैयारी शुरू कर दिया है कि अधिक से अधिक मात्रा में पीपल और बरगद के पौधे तैयार किये जाय।समय के हिसाब से पीपल और बरगद के पेड़ों की संख्या कम होती जा रही है। 47 वी वाहिनी के सेनानायक प्रियवर्त शर्मा ने बताया कि जवान देश सीमा की सुरक्षा के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करा रही है।समूचा विश्व पर्यावरण की बिगड़ती व्यवस्था से चिंतित है।ऐसे में हमारे गृहमंत्री ने इस योजना की शुरुआत कर पर्यावरण की बिगड़ती व्यवस्था की सुधारने का एक बड़ा कदम उठाया है।इस कार्यक्रम के तहत 38975 बृक्ष लगाए जा चुके है।जवान बृक्ष लगाने के बाद इसको सींचने का काम भी बखूबी कर रहे है।अब तक लगाए गए बृक्ष में आँवला के 1200,करज के 1085,पीपल के 600,महोगनी के 4850,सिरिस के 2700,कदम के 2750,सागवान के 3050 कचनार के 2650,शीशम के 1475,नीम के 350,गूलर के 300,अर्जुन के 4850,गुलमोहर के 3250,पिंटोफोर्म के 2570,अशोका के 200,अमरूद के 950,जामुन के 1495,इमली के 150,गम्हार के 1300, बकेन के 1700,बाँस के 600,सेमल के 200, पोपुलर के 250,मौसरी के 400,और सीलो के 50 बृक्ष लगाए गए है।वही सेनानायक श्री शर्मा ने अवाम से भी अपील किया है कि बृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेकर कम से कम एक बृक्ष जरूर लगाए।और विश्व के कल्याण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराने का प्रयत्न जरूर करे।