सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट,
बेतिया /सिकटा – इंडो-नेपाल सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल और पुलिस की संयुक्त कार्यवाई में एक बाइक पर सवार दो तस्कर से लगभग 14 किलो चरस बरामद किया गया। एसएसबी और पुलिस ने यह कार्यवाई थानाक्षेत्र के सूर्यपुर पंचायत के बलीरामपुर गाँव के समीप से किया है।गिरफ्तार दोनों तस्करों में एक महिला और एक पुरूष शामिल है।पुलिस ने एक बाइक को भी जब्त किया है।दोनों तस्करों की पहचान चनपटिया थानाक्षेत्र के बरवाचाप निवासी रामेश्वर साह के पुत्र दिलीप साह(32)और साठी थानाक्षेत्र के सिंहपुर बसंतपुर गांव निवासी भरत साह की पत्नी किरण देवी(50)के रूप में की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट सतीश कुमार गुप्ता को सूचना मिली कि एक महिला तस्कर भारी मात्रा में चरस की खेप लेकर भारतीय सीमा में प्रवेश कर गई है।सूचना पर एसएसबी ने सिकटा थाना की पुलिस को खबर देते हुए एक टीम का गठन किया गया।टीम का नेतृत्व एसआई बेचू राम ने करते हुए संभावित मार्ग पर जाल बिछा कर तस्कर को पकड़ने में लग गए।इस क्रम में पुलिस बर्दहि गांव स्थित छठिया घाट पहुँची तो देखा कि एक महिला और पुरूष एक बैग बीच मे रख कर निकल रहे है।दोनों ने अपने पीछे पुलिस जीप को देखकर बाइक से भागने लगे।तब पुलिस और एसएसबी के जवान उनका पीछा करते हुए खदेड़ कर बलीरामपुर गांव के समीप पकड़ लिया ।पकड़ने के बाद उनकी तलाशी ली गई।तलाशी के क्रम में बैग से 13किलो आठ सौ ग्राम चरस बरामद किया गया।
तत्काल पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया।बैग में वाटरप्रूफ पैकेट में रखे चार सौ ग्राम के चौबीस पैकेट और दो सौ ग्राम के एकइस पैकेट चरस मिले।इसकी पुष्टि करते हुए एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट श्री गुप्ता ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि पड़ोसी देश नेपाल की तरफ से भारी मात्रा में चरस की खेप भारतीय सीमा में एक महिला तस्कर द्वारा पहुचाई गई है।जिसे वे भारत के किसी अन्य जगहों पर भेजने वाले है।सूचना पर कार्यवाई करते हुए सिकटा पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाई कर तस्करों के साथ चरस को जब्त कर लिया गया है।उधर एसआई बेचू राम ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्यवाई शुरू कर दी गई है।इसमे तस्कर के एक बाइक BR22 R 1021 को जब्त किया गया है।छापेमारी दल में एसएसबी के एएसआई अमित कुमार, अजय कुमार राम, म0 सलीम, प्रशुन्न कुमार मुर्मू,समेत कई अन्य पुलिस बल के जवान शामिल रहे।बताते चले कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चरस की कीमत करोडों में बताई जा रही है।