वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
साठी ( पच्छिम चम्पारण) प्रशासन के सख्त चेतावनी के बाद भी किसान फलारी जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं कृषि विभाग द्वारा यह सख्त निर्देश जारी किया गया है कि किसान खेतों में फलारी ना जलाएं इसके लिए कृषि समन्वयक और किसान सलाहकारों को कृषि विभाग द्वारा निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि अगर कोई किसान फलारी खेतों में जलता है तो उसे कृषि संबंधी कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाए मामला भेडिहरवा पंचायत के बेलवा गांव का है,
जहां तेज पछिया हवा का परवाह किए बगैर किस दोपहर में धड़ल्ले से अपने खेत में फलारी सोमवार को जला रहे थे पूछने पर बताया कि हार्वेस्टर से जो गेहूं काटा जाता है उसका भूसा नहीं होता वह पुआल के जैसा हो जाता है जिसे जला देने मे ही भलाई है,
जब कैमरे की नजर पड़ी तो थोड़ा सहमा लेकिन फिर अपने काम में लग गया सरकार और कृषि विभाग के अधिकारी को धरातल पर उतरकर इसकी जानकारी किसानों को देनी चाहिए और बताना चाहिए की फलारी जलाने से क्या नुकसान होता है लेकिन यह लोग पंचायत में जाते तो हैं पर एक ही जगह बैठकर अपने कामों का निपटारा कर लेते हैं और फाइल सिमट कर वहां से चल देते हैं इसमें जागरूकता की जरूरत है खासकर अभी के मौसम में तो और अगर हवा का रुख बदला तो भारी क्षति हो सकती है।