जिला स्तरीय परामर्श दात्री  समिति की समीक्षात्मक बैठक, आपदा को अवसर में बदलना ही समय की मांग: जिलाधिकारी

जिला स्तरीय परामर्श दात्री समिति की समीक्षात्मक बैठक, आपदा को अवसर में बदलना ही समय की मांग: जिलाधिकारी

Bihar West Champaran

जरूरतमंदों को ससमय ऋण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें बैंकर्स।

जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने दिये कई आवश्यक दिशा-निर्देश।

ब्यूरो रिपोर्ट, बेतिया: समाहरणालय सभागार में आज जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति की समीक्षात्मक बैठक आहूत की गयी। जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, अटल पेंशन, सुकन्या समृद्धि योजना, सम्रग गव्य विकास योजना, डेयरी उद्यमिता विकास योजना सहित अन्य योजनाओं की गहन समीक्षा जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा की गयी।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित विभिन्न बैंक प्रबंधकों से कहा कि जिले के जरूरतमंद लोगों को ज्यादा से ज्यादा से लाभ कैसे पहुंचाया जा सकता है, इस हेतु सभी बैंकर्स मिलकर कार्य करें। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी से उत्पन्न इस आपदा की घड़ी को अवसर में बदलने हेतु कार्य किया जा रहा है। लाॅकडाउन के दौरान जिले में लगभग एक लाख व्यक्ति वापस लौटे हैं। इन सभी व्यक्तियों की स्किल मैपिंग करायी गयी है तथा इन व्यक्तियों को इनके हुनर के अनुसार रोजगार दिलाने के लिए जिला प्रशासन कृतसंकल्पित है।

इन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। रोजगार को व्यवस्थित करने के लिए बैंक से सहयोग की आवश्यकता भी पड़ रही है। इन व्यक्तियों को रोजगार खड़ा करने के लिए बैंकों से ऋण सुविधाजनक तरीके से मिल सके इस दिशा में सकारात्मक तरीके से कार्य किया जाय।
उन्होंने कहा कि सभी बैंक प्रबंधक अपने-अपने क्षेत्राधीन अधिक से अधिक जरूरतमंदों को ससमय ऋण मुहैया करायें तथा इन्हें ऋण मुहैया कराने से संबंधित अनुपालन फोटो एवं वीडियो के साथ एलडीएम को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बैंकों को सकारात्मक तरीके से तत्परतापूर्वक कार्य करने की जरूरत है। प्रयास ऐसा करना है कि ऋण हेतु आने वाले ज्यादा से ज्यादा योग्य आवेदकों को ऋण उपलब्ध कराया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि ऋण मुहैया कराने हेतु सभी बैंकर्स एक बेसिक मिनिमम रिक्वायरमेंट चेकलिस्ट हिन्दी एवं अंग्रजी भाषा में तैयार करेंगे ताकि ऋण लेने वाले को सुविधा हो। उन्होंने कहा कि विशेष परिस्थिति में विशेष प्रयास करते की आवश्यकता है तभी जाकर हमारा जिला आगे बढ़ पायेगा।
पीएमईजीपी (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना) की समीक्षा के क्रम में ऋण हेतु प्राप्त आवेदनों का निष्पादन अपेक्षाकृत कम होने पर जिलाधिकारी द्वारा असंतोष प्रकट किया गया तथा संबंधित बैक प्रबंधकों से त्वरित गति से निष्पादन करने को कहा गया है।

सभी बैंक प्रबंधकों द्वारा जिलाधिकारी को आश्वस्त किया गया कि एक सप्ताह के अंदर सभी प्राप्त आवेदकों को ऋण मुहैया करा दी जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले को मैनिफैक्चरिंग का हब बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसमें बिना बैंकों के सहयोग से लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। इसमें सभी बैंक सहयोग करें ताकि अधिक से अधिक व्यक्तियों को इसी जिले में रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही बरतने वाले बैंक प्रबंधकों के विरूद्ध विधि सम्मत कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

उन्होंने कहा कि बाहर से वापस लौटे को इसी जिले में रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य चल रहा है। जिला प्रशासन द्वारा ऐसे चिन्हित व्यक्तियों को रोजगार मुहैया कराने के उदेश्य से ऋण हेतु बैंकों के पास भेजा जा रहा है। इन व्यक्तियों को ससमय ऋण उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि इस जिले के श्रमिकों को उद्यमी बनाने की दिशा में जिला प्रशासन दिन-रात मेहनत कर रहा है। यह अत्यधिक गौरव की बात है। इस कार्य में सभी बैंकर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि बैंकर्स अच्छा कार्य करेगे तो उनकी प्रशंसा की जायेगी खराब कार्य करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई तय है।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को लोन मेला का आयोजन करने हेतु अग्रतर कार्रवाई करने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि यह सिफ लोन मेला ही नहीं होगा बल्कि इस मेले में काउंसिंलिंग भी की जायेगी। इस हेतु सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करते हुए तिथि का निर्धारित की जाय।
समीक्षा के दौरान बैंक प्रबंधकों द्वारा बताया गया कि फुटपाथी दुकानदारों को आत्मनिर्भर निधि (प्रधानमंत्री स्वनिधि)  योजना के तहत 10 हजार तक का ऋण आसानी से उपलब्ध कराया जायेगा। इस हेतु इच्छुक व्यक्ति स्थानीय बैंक प्रबंधक से संपर्क कर सकते हैं। समीक्षा के क्रम में सीडी रेसियो, एसीपी आदि विषयों की गहनतापूर्वक समीक्षा की गयी।

इस अवसर पर सूरत से आए उद्यमी श्री नंदकिशोर एवं श्रीमती अर्चना कुमारी द्वारा जिन्हें इस जिले में टेक्सटाॅयल उद्यम स्थापित करने हेतु बुलाया गया है ने लहंगा, शर्ट, बंडी आदि को सभी बैंकर्स के समक्ष रखा। इनके उत्पादों को देखकर कई बैंक प्रबंधकों ने फंडिंग करने की बात भी कही जिसे जिलाधिकारी द्वारा सराहा गया।
इस बैठक में सहायक समाहर्ता, श्री कुमार अनुराग, उप विकास आयुक्त, श्री रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, अग्रणी जिला प्रबंधक, श्री अखिलेश्वर द्विवेदी, जिला कृषि पदाधिकारी, श्री विजय प्रकाश, जिला उद्योग पदाधिकारी, प्रबंधक, डीआरसीसी सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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