निर्धारित समय सीमा के अंदर क्षतिग्रस्त पथ, गली मोटेरेबल नहीं हो पाने की स्थिति में अभियंता, संवेदक पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए होगी सख्त कार्रवाई।
पूर्व में 25 जून तक मोटरेबल कराने का दिया गया था निदेश।
बारिश की वजह से शेष ढ़ाई किलोमीटर पथ की मरम्मति कराने के लिए दिया गया एक सप्ताह का समय।
बेतिया न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान, जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण द्वारा आज कार्यालय प्रकोष्ठ में बेतिया शहर में अमृत योजना अंतर्गत जलापूर्ति योजना कार्य में क्षतिग्रस्त पथ, गली के पुर्नस्थापन कार्य की आज पुनः समीक्षा की गई। पूर्व की बैठक में 25 जून तक पुर्नस्थापन कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण करने का निदेश दिया गया था।
जिलाधिकारी ने कहा कि पाइप बिछाने के क्रम में क्षतिग्रस्त पथ एवं गली से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में 25 जून तक सभी क्षतिग्रस्त पथों की मरम्मति करने हेतु निदेशित किया गया था, लेकिन अभी तक कुछ जगहों पर मोटेरेबल नहीं होने की सूचना प्राप्त हो रही है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि आगे से जो भी पेयजलापूर्ति हेतु पाईप बिछाने का कार्य किया जायेगा, उस पथ की मरम्मति उसी दिन सुनिश्चित किया जायेगा ताकि आमजन को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
समीक्षा के क्रम में बुडको के सहायक अभियंता द्वारा बताया गया कि बारिश के कारण क्षतिग्रस्त पथों की मरम्मति कार्य में बाधा हुई है। अबतक लगभग 10 किलोमीटर पथ की मरम्मति करा ली गयी है। शीघ्र ही शेष ढ़ाई किलोमीटर पथ की मरम्मति करा ली जायेगी।
जिलाधिकारी ने सख्त हिदायत दिया कि 02 जुलाई तक हर हाल में शहर के सभी क्षतिग्रस्त पथों की मरम्मति करा ली जाय। अन्यथा कार्य में कोताही बरतने वाले अभियंता/एजेंसी के विरूद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
समीक्षा बैठक में बुडको के सहायक अभियंता, श्री सुबोध कुमार, कनीय अभियंता, श्री मनीष कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर, नालंदा इंजीकाॅम प्राइवेट लिमिटेड के श्री अनुज कुमार आदि उपस्थित रहे।