- बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र ने कोणार्क के चंद्रभागा तट पर रेत पर बनायी वाइल्ड लाइफ की कलाकृती, बनी आकर्षण
- अंतरराष्ट्रीय रेत कला उत्सव के तीसरे दिन भी मधुरेन्द्र की कला के साथ लोगों ने ली सेल्फी
भुनेश्वर: अंतराष्ट्रीय कोणार्क फेस्टिवल अंतर्गत पर्यटन विभाग ओड़िसा सरकार द्वारा आयोजित 1 दिसंबर से शुरू हुए और पांच दिसंबर तक चलने वाले रेतकला उत्सव में बिहार के चंपारण जिले के लाल सुप्रसिद्ध युवा रेत कलाकार मधुरेन्द्र ने एक बार फिर से उड़ीसा के कोणार्क में स्थित चंद्रबाघा समुन्द्र तट पर अपनी रेत कला की जौहर बिखेरी है। इन्होंने अपनी “वाइल्ड लाइफ” नामक कलाकृति के बेहतरीन नमूने पेश कर पदमश्री सुदर्शन पटनायक का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित कर ली।
सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र ने बताया कि शेर, चिता, हाथी आदि कई बड़े-बड़े जंगली जानवर विलुप्त होने के कगार हैं। इससे दुखी हूं, मैंने लोगों से वन्यप्राणियों की जीवन रक्षा के लिए विशेष आग्रह किया हूं कि उनकी हत्या पर रोक लगा दी जाए। उनका भी जीवन अनलमोल हैं। इससे जंगल की शोभा बढ़ती हैं।
बता दे की उत्सव के तीसरे दिन भी सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने बालू की रेत पर जंगल में रहने वाले जानवरों की जीवन पर आधारित कलाकृति उकेर कर उनके रक्षा का संदेश दी हैं। यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। भारी संख्या में लोगों को देखने के लिए आ रहे हैं।
गौरतलब हो कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ऐसे ही कुछ अलग काम करके दुनियां भर लोगों के दिल पर राज करते हैं।