तीन दिनों में तीन अलग-अलग लोगो को मार डाला बाघ, डी०एफ०ओ० से रेंजर तक बनी रही मूकदर्शक।

तीन दिनों में तीन अलग-अलग लोगो को मार डाला बाघ, डी०एफ०ओ० से रेंजर तक बनी रही मूकदर्शक।

Bettiah Bihar West Champaran

बेतिया से वकीलुर रहमान की  ब्यूरो रिपोर्ट!

रामनगर( पश्चिमी चंपारण) अभी 3 दिन पहले गोवर्धन थाना के सिंगाही गांव निवासी एक बच्ची जो वर्षों से अपने ननिहाल में रहती थी, उस लड़की को बाघ ने घायल करके हाथ काट कर शरीर से बाहर ही कर दिया था, जो बाद में मर गई।12 वर्षीय बच्ची बगड़ी कुमारी सिंगाही गांव निवासी रमाकांत मांझी के घर की है जो वर्षों से अपने ननिहाल में रह रही है। इस घटना के तीसरे दिन बाद पुनः दूसरी घटना डुमरी, गोबरधना थाने का है।
यहॉं टाइगर रिजर्व से निकलकर बाघ पुनः तीसरे दिन,दूसरे व्यक्ति डुमरी निवासी रामअचल महतो के पुत्र,संजय महतो को भी मार डालता है,जो डुमरी के हैं।
एक वन्यकर्मी द्वारा तीसरे व्यक्ति के मरने की भी सूचना मिली है।जिसकी पुष्टि अबतक नही हो पाई है।
इस घटना में सबसे खौफनाक एवं शर्मनाक बात यह है कि तीन दिन पहले ही जब आदमखोर बाघ ने  ने एक 12 वर्षीय बच्ची को अपना निवाला बनाया तभी साहब की नींद क्यों नहीं खुली?

7-10-2022 को जब बाघ ने एक व्यक्ति को डुमरी में मार डाला तो डी०एफ०ओ ने आम नागरिक तो दूर पत्रकारों का फोन भी 8:54 A.M पर नहीं उठाया। रेंजर सुजीत कुमार ने कहा-“हम ट्रैकिंग में लगे हैं।”
जब पत्रकार से बात नहीं हो सकी मोबाइल नेटवर्क प्रॉब्लम से।उसके बाद रेंजर साहब बात करने के डर से संवाददाता के दोनों नंबरों को फ्लाइट मोड में कर दिया,ताकि उनको उनके जवाबदेही से मुक्ति मिल जाए।
उस क्षेत्र के प्रतिष्ठित नागरिक महान समाजसेवी बृजेशध्वज सिंह उर्फ जीवन सिंह ने अपने बयान में बताया कि हमारे क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी आक्रोश है क्योंकि वन एवं पर्यावरण विभाग के लोग एकदम निष्क्रिय हैं,हम आम लोगों की बात सुनते ही नहीं है ना ही फोन भी उठाते हैं। भा०ज०पा० के वरिष्ठ नेता अभिषेक राय ने अपने बयान में बताया कि “सरकार को वन विभाग में भी एक फोन नंबर जारी करना चाहिए,पुलिस के तर्ज पर क्विक रिस्पांस टीम गठित करें, जो शीघ्र काम करके आम आदमी के टेलीफोनिक सूचना पर त्वरित कार्यवाही कर घायल को इलाज या सुविधा स्थल पर पहुंचाये। सबसे दु:ख की बात यह है कि अधिकारी मजे में दशहरा मनाते रहे तथा वही पीड़ित परिवार माता मनाता रहा।
3 दिनों में उधर डुमरी के खबर आई है कि वन विभाग अपनी खामियों तथा नाकामियों को छुपाने के लिए उल्टे कुछ लोगों पर एफ०आई०आर दर्ज करने की तैयारी कर रही है,डी०एफ०ओ० की सलाह पर। क्योंकि विभाग तो इस वक्त महज रिश्वत उगाही पर लगा है।
जंगल में ड्यूटी का काम कम प्रतिदिन बाहरी जिला से प०चम्पारण जिले के रामनगर-नरकटियागंज क्षेत्र में नया चिरान कायम कराके अवैध रूप से रिश्वत का उगाही किया जाए, इसके लिए योजना बना रहे है।।
भाजपा के राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे ने शोकसंपत्त  परिवार को दुख की घड़ी में सांत्वना देते हुए धैर्य रखने की सलाह दी तथा लापरवाह वन विभाग के कर्मियों के विरुद्ध राज्यसभा में शीघ्र ही आवाज उठाने की एवं कार्रवाई की भी बात कही।
सर्वविदित है कि वन विभाग को एक पत्र देकर सिकटा-बलथर, गोपालपुर-मथुरा चौक पर चिरान मशीन देने की बात कही है जिससे लोगो को अपने लकड़ी चिराई के लिए सुदूर शहरी क्षेत्र नरकटियागंज, चनपटिया जाना ना पड़े,अपने पत्र में प्रेषित किया था।जिसमें बेपरवाह वन विभाग के अधिकारी आज 20 दिन बीत गया परंतु एक उच्च सदन के नेता के पत्र को संज्ञान नहीं लिया तो आम आदमी मरे या जिंदा रहे  इन्हें क्या लेना देना?

हालांकि इस बाबत सूचना प्राप्त हुई है कि रामनगर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सत्यनारायण राम ,थानाध्यक्ष अनंत राम,सी०ओ०-विनोद मिश्रा, बी०डी०ओ०-चंद्रगुप्त बैठा तथा डी०एफ०ओ०बेतिया प०चम्पारण० इन सभी अधिकारियों के साथ घटनास्थलों पर निगरानी के साथ नजर बनाए हुए मुस्तैद रहने की सूचना प्राप्त हुई है।

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