सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट!
सिकटा( पश्चिमी चंपारण) मुख्यालय स्थित सभाकक्ष में विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने खुदरा खाद संघ के विक्रेताओं के साथ बैठक किया। जिसमें प्रखंड कृषि पदाधिकारी समेत कृtcषि समन्वयक, किसान सलाहकार, सहायक तकनीकी प्रबंधक व आत्मा की कर्मी को शामिल रहे।
बैठक में किसानों को सरकारी दर व ससमय उर्वरकों की उपलब्धता करने पर बल दिया गया।विधायक श्री गुप्ता ने कहा कि इस देश की अर्थव्यवस्था किसानों पर ही टिकी हुई है।किसानों को कोई तकलीफ नही हो, उन्हें कृषि कार्य हेतु सभी सामग्री ससमय उपलब्ध हो अधिकारी इसके लिए हमेशा तैयार रहे। उच्चे दामों पर खाद उपलब्ध होने की चर्चा की गई।
खुदरा खाद विक्रेता संघ ने बताया कि थोक विक्रेता व प्रखंड से लेकर कमिश्नरी तक के अधिकारी को दोषी करार दिया है। खुदरा व्यवसायियों ने बैठक में बताया कि एफओआर प्रणाली के तहत कोई थोक उर्वरक विक्रेता खुदरा विक्रेताओं को उर्वरक उपलब्ध नही कराता है। एमआरपी से अधिक मुल्य पर खाद दिया जाता है। फासफोरस उर्वरक पर दो से तीन सौ रूपये प्रति बोरा अधिक लेकर दिया जाता है।
सरकार की जीरो टॉलरेन्स की नीति का घोर उलंघन किया जा रहा है। खुदरा दुकानदारों ने अधिकारियों से मार्गदर्शन की मांग करते हुये कहा कि प्रखंड सड़क कमिश्नरी तक के अधिकारी महीने में कई बार खुदरा खाद दुकानों की जांच करतें है। जिसका उद्देश्य सिर्फ अवैध वसुली करना होता है। रजिस्टर पर जांच के नाम पर मात्र खानापूर्ति होती है। खाद विक्रेता निर्दोष होते हुये फंसाने का भय रहता है। इसे लेकर इस धंधे में काफी परेशानी हो रही है। इसके लिए डीएओ से कई बार गूहार लगाया गया पर कोई निदान नही निकला।
खुदरा खाद विक्रेता संघ के प्रखंड अध्यक्ष अरूण तिवारी ने बैठक में बताया कि थोक विक्रेता खुदरा विक्रेताओं को उर्वरक के साथ जबरन अनावश्यक दवाऐं टैगिंग कर देते है। जिसके कारण खुदरा दुकानदारों को 15-20 हजार रूपये का अतिरिक्त बोझ पड़ता है।जबकि कृषि निर्देशक पटना ने किसानों को उर्वरकों के साथ दवाइयों का टैगिंग नही करने का आदेश दिया है। इसके लिए दण्ड प्रक्रिया भी बनाई गई है।
उसका भी खामियाजा खुदरा खाद दुकानदारों को ही भुगतना होता है। बैठक में जिला किसान प्रकोष्ठ के प्रतिपक्ष नेता हृदयनारायण सिंह, बीडीओ मीरा शर्मा, बीएओ अमरनाथ मिश्र, खुदरा खाद विक्रेता संघ के जिलाध्यक्ष जीतेन्द्र कुमार ओझा, कोषाध्यक्ष विनोद उपाध्याय, वीवेक कुमार, शत्रुध्न्न मिश्र, मुखिया सुनील कुमार सिंह, कलिमुल्लाह अंसारी, नीला देवी, प्रमोद कुमार, रमेश प्रसाद यादव, किसान सलाहकार सत्येन्द्र कुमार तिवारी, राजेश कुमार, कृषि समन्वयक मनोज कुमार, प्रेम साह समेत सभी मुखिया, सहायक तकनीकी प्रबंधक, आत्मा कर्मी आदि मौजूद रहे।