पश्चिमी चंपारण में विश्वकर्मा मंदिर टूटा,विकलांग के घर का बाउंड्री टूटा,बाकी अतिक्रमण अभियान क्यों रुका – ये कौन बताएगा

पश्चिमी चंपारण में विश्वकर्मा मंदिर टूटा,विकलांग के घर का बाउंड्री टूटा,बाकी अतिक्रमण अभियान क्यों रुका – ये कौन बताएगा

Bettiah Bihar West Champaran
पश्चिमी चंपारण में विश्वकर्मा मंदिर टूटा,विकलांग के घर का बाउंड्री टूटा,बाकी अतिक्रमण अभियान क्यों रुका – ये कौन बताएगा

रामनगर से ठाकुर रमेश शर्मा के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!

बेतिया/ रामनगर (पश्चिमी चंपारण) रामनगर निवासी कार एवं अपराध विभाग ठाकुर रमेश शर्मा ने बताया कि सुबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आए दिन दोन इलाका (जो वाल्मीकि टाइगर प्रोजेक्ट के दिल में निवास करता है) घूमने आते रहते हैं, क्या इसके जनजातिय लोगों का आनंदी का भुजा ही मात्र खाएंगे?
गरीबों को आनंद में नहीं रहने दे रहे हैं इनके नौकरशाह!
उसी कड़ी के हिस्सा है ब्यूरोक्रेसी के नमूना अंचलाधीश रामनगर विनोद कुमार मिश्र।
विनोद कुमार मिश्रा का अब चौथा साल होने जा रहा है।मुख्यालय में कितनी सेटिंग गेटिंग है कि जनता के के साथ चाहे कितना भी उत्पीड़न कर ले इनका चूल कोई नहीं हिला पा रहा है।मामला अल्पसंख्यक का हो या दलित का, इंसान का हो या भगवान का, अंचलाधीश तो न्यायाधीश से  अपने आप को तनिक भी कम नहीं मानते हैं। क्योंकि इनका सरपरस्त पटना मंत्रालय में बैठता है।आज तक C.O रामनगर विनोद कुमार मिश्रा जो कहते हैं “मैं बगल के 30 किलोमीटर दूरी पर चनपटिया अंचल का रहने वाला हूं, मेरे परिवार में अनेकों भाई भतीजा रंगदार हैं,इसलिए मैं भी किसी रंगदार से कम नहीं हूं।”
C.O रामनगर अपने कई के लिए दोहरी नागरिकता का जाल भी बुनकर फंसा दिया। कहते हैं पटना लोकायुक्त ने मेरे अपने ही कोई न्यायाधीश हैं तो आम आदमी आखिर मेरे विरुद्ध कहां कंप्लेंट करेगा ?
अभी 7 जून 2023 को जनता दरबार में एक जनजाति समुदाय (दोन क्षेत्र) के थारू पीड़ित से एक लाख रिश्वत मांगा था, तो वह गरीब कोई यूट्यूब ग्रुप- “न्यूज़ पॉजिटिव” पर अपना साक्षात्कार देकर पूरे बिहार से आपबीती बताकर पर्दाफाश किया है।
दूसरा पीड़ित डैनमरवा के अल्पसंख्यक महादरिद्र जहीर मिस्त्री ने अपने निवास पर वर्षों से सेवा लेते हैं।जब उस गरीब को अपने सगे पाटीदार फ़रीक़ैन से रास्ता लेना था,तो वह दौड़कर लोक शिकायत निवारण बगहा को गुमराह रिपोर्ट प्रतिवेदन में दिया है।अब तो सूबे के मुखिया नीतीश कुमार तथा अल्पसंख्यक मुख्य सचिव आमिर सुबहानी जी ही बताएंगे कि दो भाई के हिस्से में भीतर वाले फ़रीक़ैन का पानी, रास्ता बाहर वाला पाटीदार भला कैसे रोक सकता है? यहां तो सारा ब्यूरोक्रेट ही नेतागिरी रामनगर+विधानसभा +अंचल+ प्रखंड +पुलिस अनुमंडल में करते नजर प्रत्येक मामले में आता है।
अब तीसरा मामला अतिक्रमण मुद्दे पर है यहां 5 लाख रुपया रिश्वत विकलांग प्रभु साह उर्फ प्रभु मिस्त्री से मांग लिया।नहीं देने पर बोले थे कि सारा रामनगर छोड़ देंगे और तुम्हारा घर बुलडोजर यूपी से मंगा कर तोड़ देंगे।
सो अतिक्रमण हटाने का एक स्पेशल दल गठित किया ; एसडीएम बगहा,डीएम बेतिया से दिशा-निर्देश लिया:- परंतु टूटा महज भगवान विश्वकर्मा का मंदिर,त्रिवेणी कनाल के मुहाने पर चंद गरीबों का जो निरीह है। प्रभु मिस्त्री का तोड़ दिया घर तथा भगवान विश्वकर्मा जो विश्व रचयिता है – देवशिल्पी कहलाते हैं(आस्था का केंद्र लोहार जाति जिसमें पूजा-उपासना करते थे) उनके साथ अन्य जातियों का आस्था का केंद्र छोटा सा मंदिर था।
बहुत ही मशक्कत से रामनगर के बिहार के दरोगा स्व०लक्षुमण ठाकुर लोहरा के अग्रज श्री रामचंद्र मिस्त्री के कड़ी मशक्कत एवं आम जनों के सहयोग से तीन दशक पहले ही बना था। इस विश्वकर्मा मंदिर के टूटने से गरीब लोहार,लोहार, बढ़ई,सोनार, कामगर एवं विश्वकर्मा पर आस्था रखने वाले समाज में काफी आक्रोश है जो आगामी विधानसभा,लोकसभा चुनाव में खुद नजर आ ही जाएगी।
इस मंदिर को तथा विकलांग प्रभु मिस्त्री उर्फ लुल्हा मिस्त्री के घर तोड़ने के लिए अंचलाधिकारी ने बहुत षड्यंत्र किया, यह किनारे तथा बीचो-बीच में प्रभु मिस्त्री के घर का कुछ हिस्सा तोड़कर अपने गांव चले गए। छुट्टी के लिए पट्टीदारी में किसी के मृत्यु का आवेदन लगाया जिससे कुछ रिश्वत का उगाही भी किया है।
अतिक्रमण में नहीं तोड़ने का जरूरत पड़ने पर अनेकों प्रमाण लोग प्रस्तुत करेंगे।अभी-अभी 7 जून को मुकेश दिसवा,ग्राम+पोस्ट नौरंगिया दोन,थाना-गोबरहिया, बगहा पुलिस जिला,रामनगर पुलिस अनुमंडल जिला पश्चिमी चंपारण से एक लाख रुपए रिश्वत इस अंचलाधिकारी ने मांगा।क्या यह रामनगर का अतिक्रमण भी आतंक नहीं तो क्या है ?
रिश्वत का आतंक इतना है की रामनगर अंचल कार्यालय में बिना रिश्वत का कोई कार्य नहीं निष्पादित हो रहा है। जिसपर आर्थिक अपराध इकाई पटना को संज्ञान लेकर शीघ्र मामला दर्ज कर  अंचलाधिकारी विनोद कुमार मिश्रा के आय के स्रोतों का भी जांच करना अति आवश्यक है,नहीं तो शीघ्र इनके सेटिंग-गेटिंग को तोड़कर विभाग में वापस बुला लेना चाहिए।इतना ही नहीं, रामनगर अंचलाधिकारी का पैर ऐसे फैल गया है जो शीघ्र रिश्तो में बदलने वाला है जो शीघ्र उद्भेदन होने वाला है। कुछ बाहुबली संरक्षणदाता है जो हर वक्त,हर रोज ऑफ टाइम में शंकर भगवान के नंदी के तरह परिक्रमा करते नजर आते हैं।सबसे बड़ी बात तथा रोना है कि सीसीटीवी भी लगभग खराब है-महज कागज नहीं उखड़ा है जिसपर लिखा है:- आप सीसीटीवी की निगरानी में है।

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