पंडाल के चारों तरफ कम से कम 4 से 5 मी खुला स्थान अवश्य रखें।
अचानक आग लगने के बचाव के लिए दुर्गा पूजा पंडाल में बालू एवं पानी अवश्य रखें!
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट ।
बेतिया( पश्चिमी चंपारण) दुर्गा पूजा पंडाल निर्माता हमेशा भारतीय मानक ब्यूरो के अनुरूप ही बनाएं फायर रिटायरडेन्ट सॉल्यूशन में उपचारित किया हुआ सूती के कपड़े का पंडाल बनाया जाए साथ ही अग्निरोधी घोल हेतु सामग्री की भाग का अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे। उक्त बातें गणेश शंकर विद्यार्थी, प्रभारी पदाधिकारी, अग्निशमालय सदर ने दुर्गा पूजा पंडांल में अग्नि सुरक्षा हेतु पुजा पंडाल के निरीक्षण और पंपलेट वितरण के दौरान कहीं। आगे श्री विद्यार्थी ने कहा की पूजा पंडाल का निरीक्षण एवं सुरक्षा की जानकारी अमन कुमार सिंह, जिला समादेष्टा सह जिला अग्निशमन पदाधिकारी के दिशा निर्देश के आलोक में की जा रही है। आगे उन्होंने कहा कि पंडाल निर्माता एवं पूजा समिति को विशेष ख्याल रखना है कि पंडाल के प्रत्येक 100 वर्ग मीटर स्थान पर अग्निशामक यंत्र नौ किलो क्षमता का अग्निशामक यंत्र अवश्य लगाएं। पंडाल का निर्माण रेलवे लाइन, विद्युत सब स्टेशन, चिमनी या भटठा से कम से कम 15 मीटर की दूरी पर हो, पंडाल के चारों तरफ कम से कम 4 से 5 मी खुला स्थान अवश्य रखें, पंडाल में कम से कम तीन द्वार रखे जाएं एक सामने दो प्रवेशद्वार आगे उन्होंने कहा कि पंडाल के लिए अलग से फयूज सर्किट ब्रेकर अवश्य लगाएं बिजली की तार को अच्छे से टाइपिंग करें नंगा तार कभी नहीं छोड़े यदि संभव हो तो बिजली का तार पीवीसी पाइप से गुजर जाए बिजली कट जाने पर स्पार्कलेस लाइट का प्रयोग करें पूजा करते समय अगरबत्ती ,आरती दिया आदि सावधानी से एवं सुरक्षित स्थान पर जलाएं ,अगरबत्ती आरती होने तक विशेष रूप से एक व्यक्ति का ध्यान उसे पर अवश्य रखी जाए । इस मौके पर विभाग के कई अग्निक मौजूद रहे।