बिना रिश्वत नहीं लग रहा है स्मार्ट मीटर पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में!
रामनगर से ठाकुर रमेश शर्मा के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!
बेतिया/ नरकटियागंज( पश्चिमी चंपारण)
नरकटियागंज क्षेत्र में विद्युत विभाग ने वह कहानी चरितार्थ कर रखा है-“अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा। बिहार सरकार ने बिजली सुधार के लिए काफी बड़े और अच्छे कदम उठाए हैं तथा उसमें गुणात्मक सुधार भी हुई है,परंतु (बेतियां) पश्चिमी चंपारण अवर प्रमंडल क्षेत्र विद्युत आपूर्ति प्रशाखा नरकटियागंज क्षेत्र के कनीय अभियंता गौतम कुमार पिता-शिव शंकर प्रसाद,ग्राम+पोस्ट-छौड़ादानो, जिला-पूर्वी चंपारण से हैं, इनसे शिकारपुर थाना क्षेत्र नरकटियागंज की जनता खासा ही परेशान है।क्योंकि जेई गौतम कुमार अपनी दुश्मनी निकालने के लिए निर्दोश लोगों को फसाना शुरू कर दिया है।
मामला नरकटियागंज के विद्युत विभाग के ऑफिस से 200 मीटर की दूरी पर राजेंद्र शर्मा,वार्ड नं०-19,वाले का घर है। वर्षों से उनके घर में बिजली लगी थी, जे०ई गौतम कुमार उस घर में किराएदार भी रह चुके हैं। जब तक राजेंद्र शर्मा जीवित थे गौतम कुमार बिजली बिल के एवज़ में किराया नहीं देते थे।गत वर्ष जब राजेंद्र शर्मा स्वर्ग सिधार गए हैं, उनका जलाया हुआ बकाया राजेंद्र शर्मा दूसरे नंबर के पुत्र संजय शर्मा के नाम पर शिकारपुरा थाने में किस दर्ज कर दिया है।जबकि बकाया राशि 10 जून 2021 तक उन्यासी हजार एक सौ छियासी ₹79186 कुल था।
आखिर क्या वजह था जो गौतम कुमार ने उस राशि पर राजेंद्र शर्मा की जीवित रहने की स्थिति में थाने में केस दर्ज नहीं किया?
जो कि राजेंद्र शर्मा के चार पुत्र हैं अजय शर्मा,संजय शर्मा,दिनेश शर्मा, राजकुमार शर्मा तथा उनके स्टेट बैंक के मुख्य शाखा शिकारपुर में राजेंद्र शर्मा के खाते में लाखों रुपया जमा है,तो उस राशि को उनके विद्युत विपत्र के बकाये में क्यों नहीं जमा हुआ। उनके जिन पुत्रों ने रुपए हजम कर रखे हैं उनके ऊपर गौतम कुमार जेई केस रिश्वत के बल पर नहीं किया और जो पुत्र निर्धन और उनसे अलग है उनका नाम संजय शर्मा है,उन्हें ज़्यादती दुश्मनी के चलते निर्दोष पर केस करके फँसा दिया है।जबकि संजय शर्मा के पारिवारिक सदस्यों ने सुपरविजन के लिए आवेदन कार्यपालक अभियंता को दिया परंतु वहां के आदेश को भी गौतम कुमार दरकिनार करते हैं।
संजय शर्मा को अपने पारिवारिक सदस्यों से भी मनमुटाव रहता है, फिर भी विद्युत विभाग अपने दुश्मनी निकाल रहा है। जब बिजली का बकाया राजेंद्र शर्मा पर है तो उनपर एफआईआर कैसे नहीं हुआ ?जो उनके पुत्र जो बैंक खाते में मलिक तथा खेतीबारी में हकदार हैं वे खुद बिल जमा करते। इस समय तो इस शिकारपुर थाना के केस नंबर 685/2023- 26/08/2023 में महज संजय शर्मा को आरोपी बनाना गलत है।इसलिए अब तो कार्यपालक अभियंता बेतियाँ को संज्ञान लेते हुए सुपरविजन में राजेंद्र शर्मा के शेष तीन बेटों को जोड़ना होगा तभी न्यायसंगत होगा।नही तो मजबूर होकर पीड़ीत संजय शर्मा को लोकायुक्त पटना के शरण मे जाना पड़ेगा।