बेतिया नगर निगम के 27 पार्षदगण ने उपमहापौर व उनके पुत्रों पर पद का दुरपयोग, अवैध उगाही सहित अन्य कई गंभीर आरोप लगा खोला मोर्चा।

बेतिया नगर निगम के 27 पार्षदगण ने उपमहापौर व उनके पुत्रों पर पद का दुरपयोग, अवैध उगाही सहित अन्य कई गंभीर आरोप लगा खोला मोर्चा।

Bettiah Bihar West Champaran

बेतिया नगर निगम के 27 पार्षदगण ने उपमहापौर व उनके पुत्रों पर पद का दुरपयोग, अवैध उगाही सहित अन्य कई गंभीर आरोप लगा खोला मोर्चा।

नगर आयुक्त और डीएम से लेकर विभागीय मंत्री, मुख्य मंत्री तक से लगाई है जांच और कार्रवाई की गुहार।

नगर निगम के संवेदकों से रंगदारी के तर्ज पर उगाही, नियम के विरुद्ध प्राप्त कर रहीं हैं सरकारी सुविधा, संसाधनों का दुरुपयोग का लगाया है आरोप।

बेतिया से वकीलुर रहमान खान की‌ ब्यूरो रिपोर्ट।

बेतिया(पच्छिम चम्पारण) नगर निगम की पार्षद गुड़िया देवी सहित 27 पार्षदगण ने नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव को सामूहिक आवेदन पत्र देकर उपमहापौर गायत्री देवी के पदस्थापित होने के समय से ही स्वयं और अपने पुत्र रमन गुप्ता सहित अन्य पुत्रों द्वारा लगातार उपमहापौर के वैधानिक पद का दुरुपयोग अपने निजी लाभ के लिए करने का आरोप लगाया है।
इसके साथ ही उपमहापौर गायत्री देवी द्वारा बीते 29 अप्रैल को संपन्न नगर निगम बोर्ड की सामान्य बैठक के संदर्भ में झूठी एवं गलत आरोप लगाने की जांच का अनुरोध किया है। नगर पार्षदगण के सामूहिक आवेदन में उल्लेख है कि उपमहापौर एवं उनके पुत्र रमन गुप्ता सहित अन्य पुत्रों द्वारा उपमहापौर पद का दुरुपयोग अपने निजी लाभ के लिए लगातार कर रहे होने की जांच कर के विधिसम्मत कार्रवाई की मांग की है। अपने आवेदन पत्र में पार्षदगण ने अपने आवेदन के साथ उनकी मनमानी और पद के दुरपयोग के बारे में अनेक उदाहरणों का उल्लेख करते हुए इसकी जांच और कार्रवाई की मांग की है। जिसमें गायत्री देवी उपमहापौर द्वारा नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव को निगम की बैठक के संदर्भ में झूठा एवं गलत आरोप लगाए जाने की बात कही गई है। पार्षदगण ने अपने सामूहिक आवेदन में बताया है कि उस बैठक में उपमहापौर द्वारा दी गई योजनाओं के संदर्भ में उनको संबंधित वार्डों के स्थानीय पार्षदों के माध्यम से योजना दिलाने की बात कही गई थी, उनकी योजनाओं को असंपुष्ट करने का निर्णय बहुमत से लिया गया। जिसकी संपुष्टि बोर्ड की अगली बैठक में भी की गई है। पार्षदगण ने लिखा है कि उनके द्वारा तथ्यों को छुपा कर गलत एवं झूठा आरोप लगाते हुए विभाग के प्रधान सचिव को पत्र दिया गया है। जिसका हम लोग एक मत होकर पुरजोर खंडन करते हैं। विगत 29 अप्रैल को संपन्न बोर्ड की सामान्य बैठक की संपुष्टि अगले बोर्ड की बैठक बीते 31 मई को हुई थी तथा विगत 23 अगस्त को बोर्ड की बैठक में उपमहापौर के दिए गए आपत्ति वाले आवेदन पत्र पर चर्चा करके विगत 29 अप्रैल 2025 की बैठक की पुनः संपुष्टि बहुमत से की गई थी।
जबकि सच यह भी है कि उपमहापौर एवं उनके पुत्रों द्वारा नगर निगम की छवि खराब करने के लिए नगर निगम के गोपनीय पत्रों, बोर्ड एवं सशक्त की बैठकों की प्रोसिडिंग की प्रति एवं बैठकों का वीडियो में एडिट कर के सोशल मीडिया पर पोस्ट करने जैसा नियम विरुद्ध कार्य करते हुए नगर निगम की छवि को धूमिल करने का जैसे अभियान चलाया जाता रहा है। पार्षदगण ने इसका प्रमाण उनके पुत्र रमन गुप्ता एवं रोहित ब्याहुत के फेसबुक वॉल पर मौजूद बताया है। पत्र में वर्णित है कि अनाधिकृत और गैर कानूनी रूप से उपमहापौर के पुत्र रमन गुप्ता लगातार उपमहापौर के कार्यालय कक्ष में उपमहापौर की कुर्सी पर घंटों बैठते हैं तथा कार्यालय संबंधी कार्यों का निष्पादन भी स्वयं करते हैं, जबकि उपमहापौर के उक्त पुत्र घोषित रूप से विवादित और असामाजिक तत्व हैं। इनके विरुद्ध अनेक आपराधिक मामले पूर्व से ही दर्ज हैं।
उपमहापौर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उपमहापौर को नगर निगम द्वारा दिए गए सरकारी वाहन पर उपमहापौर की बजाय ज्यादातर उनके पुत्र रमण गुप्ता सहित अन्य पुत्र ही घूमते हैं। सरकारी मद से ईंधन भरवाते हैं। सरकारी वाहन से ही उनके पुत्र रमन गुप्ता निगम कार्यालय आते जाते हैं जो निगम कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट दिखाई देगा। आवेदकों द्वारा कहा गया है कि नगर निगम की बोर्ड/ सशक्त स्थायी समिति या बिना किसी सक्षम प्राधिकार के अनुमति के ही नियम के विरुद्ध नगर निगम के कर्मी जितेंद्र कुमार सहित अनेक अन्य कर्मियों से उपमहापौर द्वारा अपने घर का निजी कार्य कराया जाता है, जिनका भुगतान नगर निगम से होता है। जो घोर अनियमितता है। उपमहापौर एवं उनके पुत्र द्वारा नगर निगम बेतिया के विकास कार्यों में ठेकेदारी करने के लिए एवं अपने निजी लाभ के लिए लगातार अपनी योजनाओं को बोर्ड/सशक्त स्थायी समिति से पास कराने के लिए अनावश्यक दबाव बनाया जाता है। पार्षदगण के पत्र में वर्णित है कि बीते 28 अगस्त की सशक्त स्थायी समिति की बैठक में जब उपमहापौर द्वारा दी गई योजनाओं को संबंधित स्थानीय पार्षद से चर्चा कर संबंधित पार्षद द्वारा ही योजना दिलाने की बात कही गई तो सशक्त स्थायी समिति की बैठक में ही उपमहापौर ने धमकी देते हुए सदस्यों को कहा कि मेरी योजना पास नहीं करोगे तो तुम लोगों की बखिया उधेड़ देंगे जो उस बैठक की कार्यवाही में भी है।
नगर निगम क्षेत्र में चल रहे साथ ही विकास कार्यों में उप महापौर गायत्री देवी द्वारा 2% अपने लिए कमिशन को लेकर संवेदक से लेकर नगर निगम के कनीय अभियंताओं पर दबाव बनाया जाता रहा है। पूर्व में 2% कमीशन के लिए ही वार्ड नंबर 13 में चल रही योजनाओं में योजना स्थल पर ही स्थानीय पार्षद पति एवं कनीय अभियंता के सहायक बृजेश बैठा के साथ बीच सड़क पर रमन गुप्ता द्वारा मारपीट, पटका-पटकी घटना तक की गई थी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था तथा स्थानीय नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई है। आवेदन पत्र में यह भी यह भी खुलासा किया है कि बीते 28 अगस्त को संपन्न सशक्त स्थायी समिति की बैठक के दौरान उपमहापौर गायत्री देवी द्वारा अपने निजी लाभ हेतु करोड़ों की योजनाओं को पास करने का अवैध दबाव समिति के सदस्यों पर बनाया गया।जब उनकी योजनाओं को नियमानुसार बोर्ड में चर्चा करके ही स्वीकृति लेने की बात सदस्यों द्वारा कही गई तो उन्होंने सभी सदस्यों को बाहर निकलने पर बखिया उधेड़ देने की धमकी दी गई। उपमहापौर की इस धमकी देने की बात पर सदस्यों द्वारा कड़ी नाराजगी जताई गई, तब उपमहापौर एवं उनके पुत्र द्वारा सैरातों के संवेदकों से 70 हजार रुपए प्रतिमाह की अवैध वसूली की जा रही है जिससे संवेदकों द्वारा आम जनता से निर्धारित शुल्क से ज्यादा राशि कि अवैध वसूली लगातार की जा रही है। आवेदकों ने उपरोक्त बिंदुओं की जांच अपने स्तर से करते हुए उपमहापौर को अपने पद और आवंटित सरकारी वाहन का दुरुपयोग करने एवं अब तक नगर निगम से उस वाहन में भरवा गए ईंधन एवं किराए की राशि की वसूली करते हुए वाहन के दुरुपयोग करने पर वाहन जप्त करने एवं अवैध रूप से नगर निगम के कर्मियों से अपने आवास पर अपना प्राइवेट कार्य लेने पर उन कर्मियों को की गई भुगतान की पूरी राशि की भी वसूली उपमहापौर से करने का आदेश देने के साथ साथ अपनी कर्तव्यहीनता के लिए नियमानुसार कानूनी/विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है। नगर पार्षदगण के द्वारा अपने उक्त आवेदन की प्रति बिहार के माननीय
मुख्यमंत्री जी के साथ विभाग के मा. मंत्री, मुख्य सचिव, बिहार सरकार, संयुक्त सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग, डीआईजी,चम्पारण प्रक्षेत्र, डीएम महोदय, एसपी महोदय, महापौर एवं नगर आयुक्त को भी भेजते हुए आरोपों की जांच और विधि सम्मत कार्रवाई करने की मांग की है।

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