आवासीय अनुसूचित जाति/जनजाति विद्यालयों में दीदी की रसोई के संचालन की कवायद शुरू, विद्यालय के नामांकित बच्चों को मेन्यू के अनुसार उपलब्ध कराया जाएगा स्वच्छ एवं पौष्टिक युक्त भोजन

आवासीय अनुसूचित जाति/जनजाति विद्यालयों में दीदी की रसोई के संचालन की कवायद शुरू, विद्यालय के नामांकित बच्चों को मेन्यू के अनुसार उपलब्ध कराया जाएगा स्वच्छ एवं पौष्टिक युक्त भोजन

Bettiah Bihar

 

न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान

बेतिया जीविका दीदी द्वारा जिला के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालयों में स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने की पहल जिला कल्याण विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। शुरुआती दौर मे जिला के ऐसे आठ विद्यालयों में भोजन उपलब्ध कराने का काम किया जाएगा। जीविका दीदी आवासीय विद्यालयों में कैन्टीन का संचालन सुचारू रूप से कर सके, इसके लिए पहले चरण मे दीदियों को तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण 6-8 दिसंबर के बीच रामनगर, बगहा और सिधाव मे प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जबकि दूसरे चरण मे मैनाटांड, गौनाहा और सिधाव मे 9-11 दिसंबर के बीच 20-20 दीदियों को प्रशिक्षण किया जाना है।

 

प्रशिक्षण का आयोजन संबंधित आवासीय विद्यालयों में ही कराया जा रहा है ताकि जीविका दीदी स्कूल के माहौल से भलीभांति परिचित हो सकें। तीन दिवसीय प्रशिक्षण में रसोई प्रबंधन, बड़े स्तर पर भोजन बनाना, खाना परोसना, समय प्रबंधन और साफ-सफाई जैसे विषय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा। प्रशिक्षण के बाद जीविका दीदी तीन वक्त नाश्ता और दो बार भोजन की व्यवस्था करेंगी।आवासीय अनुसूचित जाति/जनजाति विद्यालयों में दीदी की रसोई के संचालन की कवायद शुरू, विद्यालय के नामांकित बच्चों को मेन्यू के अनुसार उपलब्ध कराया जाएगा स्वच्छ एवं पौष्टिक युक्त भोजन

जीविका के प्रबंधक गैर कृषि शाहिद खान ने बताया कि पूर्व से ही जीविका दीदी द्वारा अनुमंडल अस्पतालों में *दीदी की रसोई* के नाम से कैन्टीन का संचालन सफलतापूर्वक कर रही हैं। इसी के मद्देनजर जीविका दीदी पर भरोसा जताते हुए कल्याण विभाग ने विद्यालयों के कैंटीन का संचालन जीविका दीदियों दिया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का सफल आयोजन के बाद दूसरे आवासीय विद्यालयों के कैन्टीन कि जिम्मेदारी जीविका दीदी को सौंपी जा सकती है।जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक श्री अविनाश कुमार ने कल्याण विभाग द्वारा इस दिशा मे किए गए सहयोग की सराहना करते हुए बताया कि विभाग द्वारा जीविका दीदी को खुशनुमा माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है जिससे कैन्टीन के संचालन में जीविका दीदी को काफी मदद मिल रही है। इन्होंने बताया कि कैंटीन व्यवसाय दीदियों के रोजगार के अच्छा माध्यम बन रहा है। इससे दीदियों के आर्थिक स्थिति मे काफी बदलाव आया है।

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