वकील रहमान खान, ब्यूरो रिपोर्ट,
मझौलिया( पश्चिमी चंपारण) टीबी उन्मूलन अभियान में अब जीविकादिदियां भी सहयोग कर रही हैं।जीविकादिदियों द्वारा टीबी बीमारी पर सामुदायिक जागरूकता के लिए स्वयंसहायता समूह की बैठक में टीबी बीमारी के लक्षण,बचाव के बारे में जानकारी साझा करने के साथ साथ डोर टू डोर स्क्रीनिंग की जा रही है।
और लक्षण वाले व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में जाकर अपनी जांच कराने की सलाह दी जा रही है। जिले से लेकर प्रखंड में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और केएचपीटी के सहयोग पहले जीविकादिदियों का टीबी पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है उसके बाद दीदियाँ टीबी के बारे में समुदाय को जगरूक कर रही है।
इसी अभियान के तहत मंगलवार को प्रखंड के धोकराहा पँचायत के दूधा मठिया गाँव मे महारानी जीविका ग्राम संगठन की बैठक में जीविका की सरिता कुमारी ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को
लगातार दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय तक खांसी, बलगम के साथ खून का आना, शाम को बुखार आना या वजन कम होना की शिकायत हो तो उसे तुरंत नजदीक के सरकारी अस्पताल में ले जाकर जांच कराने की सलाह दें।
वही केएचपीटी के सामुदायिक समन्यवक डॉ घनश्याम ने कहा कि सरकारी अस्पताल में टीबी की जांच और इलाज पूरी तरह मुफ्त है।वही सरकार द्वारा टीबी मरीजों को पौष्टिक भोजन के लिए पांच सौ रुपए पोषण सहायता राशि दी जाती है।इस दौरान डोर टू डोर सैकडों लोगो को स्क्रीनिंग भी की गई।मौके पर जीविका की सीएनआरपी सीता देवी,सीएम ललिता देवी सहित दर्जनों जीविकादिदियां उपस्थित रहीं।