पूर्वी चंपारण :- बिहार की बेटी ज्योति के आगे आज पूरी दुनिया नतमस्तक है। उन्हें कलयुग का श्रवण कुमार कहे तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी । कोरोना के वैश्विक महामारी के कारण भारत समेत पूरी दुनिया में लॉक डाउन है । कल-कारखाने व उद्योग धंधों के साथ आवागमन के सभी साधन बन्द है।
ऐसी परिस्थिति में बिहार की ज्योति कुमारी अपने घायल पिता को साइकिल पर पीछे बैठा कर 1200 सौ किलोमीटर की दूरी तय करके अपने गृह जिला दरभंगा पहूंची। रास्ते में उन्हें अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा होगा आप इसे स्वयं महसूस कर सकते है।
प्राचीन काल में श्रवन कुमार ने अपने बुड्ढे माता पिता को कांवर में बिठाकर पैदल तीर्थ यात्रा कराया था। श्रवण कुमार के कार्य हमारे महान भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बन गया। आज के आधुनिक युग में जब पूरे विश्व में वृद्धाश्रम के कंसेप्ट तेजी से फल फूल रहे हो वैसी स्थिति में बिहार की एक बहादुर बेटी द्वारा अपने घायल पिता को लेकर इन लंबे एवं कठिन रास्ते को तय करना वास्तव में प्राचीन भारत के महान संस्कृति की पुनरावृत्ति है।
आज पूरा विश्व ज्योति जैसे बेटी को सेल्यूट कर रहा है प्रार्थना कर रहा है कि हर घर में ईश्वर ऐसी ही बेटी को जन्म दें। दुनिया का सबसे ताकतवर व्यक्ति अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी युवांका ट्रंप ने हमारे देश की बेटी के इस महान कार्य के लिए ट्वीट कर के बधाई दी है।
बिहार के इस बेटी के जज्बे को सलाम करते हुए पूर्व प्रत्याशी ढाका विधानसभा व जदयू नेता रामपुकार सिन्हा कुशवाहा, जय हिंद क्रांति सेवा मिशन के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभात कुमार सिन्हा, समाजसेवी मुकेश कुमार,सबुनन्दन कुमार, शिक्षक नेता राहुल सिंह,अध्यक्ष रत्नेश कुमार,सुनील कुमार, राकेश कुमार सिन्हा, राजू कुमार,निदान सेवा केंद्र (घोडासहन) के संचालक डॉ आनंद राज, इंजिनीयर दिनेश कुमार सिन्हा ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है और सरकार से ज्योति कुमारी को ट्रैक साइकिलिंग खेल में मौका देने की मांग की है।