गरीब- किसान एव लोकतंत्र के विरोधी है मोदी- नितीश सरकार: माले।

गरीब- किसान एव लोकतंत्र के विरोधी है मोदी- नितीश सरकार: माले।

Bihar West Champaran

आयकर रिटर्न फाइल करने वालों को छोड़ सभी परिवार को 7500 रूपये 6 माह तक राहत फंड दे सरकार- कुणाल

ब्यूरो रिपोर्ट, बेतिया: नरकटियागंज 14 जून 2020
देश कोरोना संकट के दौर से गुजर रहा है, करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए है, दुनिया में इस संकट के दौर में तमाम सरकारें अपने नागरिकों के जान-माल, सुरक्षा व खाने-पीने में खर्च कर रही है लेकिन हमारे देश में मोदी सरकार आम आवाम को रोजी रोजगार के बजाय कंपनियों के घाटे की पूर्ति की में करोड़ों रुपया दे रही है, अन्य देशों में सरकारों ने हॉस्पिटल बनवाया, रोजगार का प्रबंध किया, लेकिन भारत में जनता को भाग भरोसे मरने के लिए छोड़ दिया गया है,

बिहार जैसे राज्य में करीब 52 लाख लोग राज्य के बाहर काम करते हैं, जो प्रतिमाह करीब 40 हजार करोड़ रुपये पोस्टल मनी भेजते हैं, जिससे राज्य का विकास होता है, वहीं प्रवासी मजदूर लाक डाउन में विभिन्न राज्यों में फसें है, तमाम राज्य सरकारो ने उनके सकुशल वापसी से ही थे ही मुंह मोड़ लिया है, लाक डाउन के दौरान इन्हीं प्रवासी मजदूरों के साथ केंद्र व राज्य सरकारें निठूर बनी रहे, जबकि आज जनता को सरकार से और अधिक मदद की जरूरत है, तब मोदी और नितीश दोनों सरकारें चुनाव तैयारी में लग गई है,

ऐसे में चुनाव में इन्हें जनता सबक सिखाएगी, उक्त बातें भाकपा माले पार्टी कार्यालय नरकटियागंज में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी राज्य सचिव कामरेड कुणाल ने कही, उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें क्रूरता के खिलाफ पार्टी पूरे राज्य में जन जागरण अभियान चला रही है जिसमें लाक डाउन के दौरान आयकर देने वालों को छोड़ कर सभी लोगों को ₹7500 नगद सभी परिवार को 6 माह तक देने, 10 किलो प्रति व्यक्ति चावल प्रतिमाह देने, मनरेगा में 200 दिन काम व ₹500 मजदूरी प्रतिदिदेने, े स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के कर्ज को माफ करने, आदि मांग किया जा रहा है, राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि पूरे बिहार में लाक डाउन का इस्तेमाल प्रशासन ने गरीबों को दमन व जमीन से बेदखल बेदखल के रूप में किया है, पश्चिमी चंपारण में भी प्रशासन ने सामंती अपराधियों को गरीबों को जमीन से बेदखली के रूप में इस्तेमाल किया है

नरकटियागंज एसडीपीओ सूर्यकांत चौबे ने मैनाटांड़, सिकटा, गौनहा वाले इलाके में गरीबों के 30 वर्षों से अधिक समय से कब्जे वाली जमीन से बेदखली के लिए अपराधियों को खुली छूट दे रखा है – मैनाटांड़ थाना में एक गाँव में जमीन से बेदखली के लिए इनके दौर में करीब 400 गरीब दलितों पर फर्जी मुकदमा किया गया है,गौनहा के धमौरा में रामनगर राज के जमीन से गरीबों को भी बेदखली में सामंतों के पक्ष में खड़े हैं, वहीं बैरिया में थाना प्रभारी अमित कुमार बलात्कारियों के पक्ष में खड़े होकर बलात्कार पीड़िता के पिता और चाचा को ही फर्जी मुकदमा कर जेल में भेज देते हैं,

ऐसे में भाकपा माले द्वारा 17-18 जून को जिला प्रशासन का पुतला दहन किया जाएगा सामंती अपराधियों के संरक्षक नरकटियागंज एसडिपीओ प्रशांत चौबे को बर्खास्त करने और बलात्कारियों के संरक्षक बैरिया थाना प्रभारी अमित कुमार को बर्खास्त करने की मांग किया जाएगा प्रेस सम्मेलन में भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य सुनील कुमार यादव ,जिला कमिटी सदस्य सह किसान महासभा के जिला संयोजक सुनील कुमार राव, खेत मजदूर सभा के जिला सचिव मुखतार मिया,
सुनील कुमार यादव
भाकपा-माले।

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