जिला निबंधन-सह-परामर्श केन्द्र (डी.आर.सी.सी.) बनेगा रोजगार हेतु काउंसिलिंग का मुख्य केन्द्र।
ब्यूरो रिपोर्ट, बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन दिन-रात मेहनत कर लाॅकडाउन के दौरान वापस लौटे श्रमिकों/व्यक्तियों को उनके हुनर के अनुसार रोजगार दिलाने हेतु प्रयास कर रहा है। वापस लौटे कई श्रमिकों/व्यक्तियों को रोजगार भी उपलब्ध करा दिया गया है तथा वे अपना जीविकोपार्जन भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में जिला निबंधन-सह-परामर्श केन्द्र, बेतिया को रोजगार क्रिएशन एवं काउंसिलिंग का मुख्य केन्द्र बना दिया गया है। इसी जगह पर श्रमिकों/व्यक्तियों का रजिस्टेªशन भी होगा तथा उन्हें उनके हुनर के अनुसार रोजगार भी मुहैया करायी जायेगी तथा टेªनिंग की भी व्यवस्था होगी।
उन्होंने कहा कि जिला निबंधन-सह-परामर्श केन्द्र, बेतिया में वापस लौटे श्रमिकों/व्यक्तियों का रजिस्टेªशन के उपरांत उन्हें ऋण, काम करने हेतु स्थल, भवन, मार्केटिंग आदि की व्यवस्था हेतु कार्ययोजना बनाया जायेगा। इसी केन्द्र पर स्कील ग्रुप से संबंधित सभी पदाधिकारी, कर्मी उपस्थित रहकर आमजन की समस्याओं का निराकरण करेंगे तथा उन्हें रोजगार मुहैया कराने की दिशा में यथोचित कार्रवाई करेंगे।
इस हेतु कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, बेतिया श्री विजय उपाध्याय को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। श्री उपाध्याय को निदेश दिया गया है कि सभी कार्य ससमय एवं सुव्यवस्थित तरीके से सम्पन्न करायी जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में विभिन्न कुटीर उद्योगों की स्थापना हेतु जिला प्रशासन द्वारा कार्ययोजना तैयार कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है। इन कुटीर उद्योगों में लाॅकडाउन के दौरान वापस लौटे श्रमिकों/व्यक्तियों को लाभ दिलाया जाना है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सके।
इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, श्री कुमार अनुराग, अपर समाहर्ता, श्री नंदकिशोर साह, उप विकास आयुक्त, श्री रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।