ब्यूरो रिपोर्ट, बेतिया: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष सह प्रत्याशी बेतिया विधान सभा प्रो. परवेज आलम ने बिहार में बढ़ते केरोंना बीमारी के लिए डबल इंजन की सरकार को जिममेदार ठहराया है, सरकार ने इस बीमारी की दवा बांटने के बजाए वर्चुअल रैली और प्रधानमंत्री का पत्र घर-घर बांट मौत बाटी है और यह बात सिद्ध हो चुका है एक इंजन ने मालगाड़ी से थोक भाव में इस बीमारी को बांटा है जिसका एक बंडल प्रदेश भाजपा कार्यालय में उतरा दूसरे इंजन नीतीश कुमार की पार्टी भी वर्चुअल रैली को लेकर गांव में प्रखंडों में शहरों में भीड़ इकट्ठा कर नेताओं का भाषण सुना सुना कर एक तरफ से मौत का फरमान बांट रहे हैं।
क्योंकि किसी प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है आज बिहार में इस विपदा के समय इन्हें केवल चुनाव की चिंता है आप सभी को याद होगा शुरू के महीनों में नीतीश कुमार ने ऐलान किया था घर घर जाकर मेडिकल टीम इस बीमारी की जांच करेगी जो हवा हो गई और जब इस बीमारी ने भाजपा कार्यालय से लेकर एक अन्य मार्ग तक दस्तक दे दिया तभी इन्हें होश आया और पुन लॉकडाउन लगाया गया है।
अगर इस बीमारी को लेकर बिहार सरकार गंभीर होती तो आज की स्थिति यह नहीं होती जिस प्रकार करोंटाईन सेंटर के नाम पर केवल ढकोसला बाजी हुआ जो ब्यस्था प्राप्त होनी चाहिए थी मेडिकल टेस्ट के साथ अन्य सुविधा प्राप्त नहीं हुआ सही जांच के अभाव में पॉजिटिव मरीज भी अपने अपने घरों को चले गए और यह बीमारी फैलता चला गया देखा जाए तो पूरे हिंदुस्तान में अगर कोई सरकार सबसे ज्यादा विफल रही है तो बिहार सरकार है।
बिहार सरकार द्वारा मरीजों के सही आंकड़ा भी छूपाई जा रही है आज जो सूचनाएं मिल रही है भाजपा के और जदयू के बड़े-बड़े माननीय लोग भी इस रोग से ग्रसित हो चुके हैं भगवान उन्हें जल्द स्वस्थ करें और सद्बुद्धि दे इस संकट की घड़ी में खुद संक्रमित होते हुए भी प्रधानमंत्री का पत्र और संदेश आमजन के दरवाजे दरवाजे तक न लेकर जाएं इससे आपके साथ साथ पूरा समाज संक्रमित हो जाएगा और यह स्थिति कंट्रोल से बाहर हो जाएगा मैंने पूर्व में भी मांग की थी और आज भी मांग कर रहा हूं नए सिरे से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को सैनिटाइजर किया जाए और डोर बाई डोर संक्रमण की जांच हो वर्चुअल रैली पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाए।