बेतिया ब्यूरो चीफ वकील रहमान खान= पश्चिमी चंपारण के जिला मुख्यालय बेतिया का ऐतिहासिक मीना बाजार अपनी पहचान खोता जा रहा है बाजार परिसर में धड़ल्ले से अवैध रूप से पक्के दुकान और ऊपर मकान का निर्माण लगातार जारी है बाजार प्रांगण के कर्मचारी कार्यालय के इर्द-गिर्द करीब आधा दर्जन पक्का दुकान एवं मकान का युद्ध स्तर पर निर्माण जारी है इसके अलावा सोनार पट्टी एवं सेंटर में भी कई दुकानों का बेरोकटोक बिना आदेश का निर्माण कार्य जारी है।
पूर्व में भी साइकिल की दुकान मैं और उस पर मकान अवैध रूप से निर्माण कर लिया गया है जिसमें कुछ लोगों के ऊपर नागरिकों और मीडिया कर्मियों द्वारा हो हल्ला करने पर अंचलाधिकारी बेतिया द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई लेकिन बात आई और गई और वहीं रह गई वादा कहावत चरितार्थ हो रही है अवैध निर्माण से बाजार के अंदर एक माहौल से दूसरे महाल तक जाने का कोई व्यवस्थित रास्ता तक नहीं बचा है माते सचिन गलियों से एक दो आदमी है।
इधर से उधर जा सकता है और आ सकता है कभी बाजार के अंदर इस माहौल से महाल तक जाने के लिए चोरी रास्ता हुआ करता था और आज कहीं भी नहीं देखने को मिलता है बाजार के अंदर आग लग जाए या कोई दुर्घटना हो जाए तो अंदर से बाहर निकलना और बाहर से भीतर जाना बहुत ही कठिन कार्य है सूत्रों का कहना है कि अवैध पक्का निर्माण के पीछे बाजार में पदस्थापित हल्का कर्मचारी और अधिकारी की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता जो एक गंभीर जांच का विषय है बाजार की स्थिति पर ध्यान नहीं दी गई 1 दिन बेतिया राज की पहचान दफन हो जाएगा।