एआईकेएससीसी के आह्वान पर 29 दिसंबर को आयोजित राजभवन मार्च को माले का समर्थन
15-28 दिसंबर तक किसान बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत किसान संघर्ष यात्रा
किसान पंचायतों का होगा आयोजन, तीनों काले कृषि कानूनों के खिलाफ लिये जायेंगे प्रस्ताव
ब्यूरो रिपोर्ट, बेतिया: 14 दिसंबर 2020
तीनों कृषि काला कानून रद्द करने और फसल को एमएसपी पर खरिदने की कानून बनाने के सवाल पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में भाकपा माले, ऐक्टू, निर्माण मजदूर, इनौस, आइसा, खेत व ग्रामीण मजदूर सभा ने जिला मुख्यालय पर रैली निकाल कर प्रदर्शन किया,
माननीय सिकटा विधायक विरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के चल रहे आंदोलन को बदनाम व विभाजित करने की कोशिशों किया जा रहा हैं, जिसको कड़ी शब्दों में निंदा किया. सरकार समस्या को हल करने में अपनी विफलता से ध्यान हटाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. जबकि उसका असली मकसद भारतीय व विदेशी कारपोरेट को बढ़ावा देना और देश की खेती-किसानी को बर्बाद करना है. भाकपा-माले इस किसान आंदोलन को तहेदिल से स्वागत व समर्थन करती है.
बिहार सरकार को घेरते हुए कहा कि कहीं भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है. बिहार के किसान 800-900 रु. प्रति क्विंटल की दर से अपना धान बेचने को बाध्य हैं. हमारी पार्टी किसानों के केंद्रीय मुद्दों के साथ-साथ बिहार स्तरीय मुद्दों पर एआईकेएससीसी के आह्वान पर 29 दिसंबर को आयोजित राजभवन मार्च का तहेदिल से स्वागत व समर्थन करती है और अन्य दलों से भी समर्थन देने की अपील करती है.
भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य व अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला संयोजक सुनील कुमार राव ने कहा कि भाकपा माले व अखिल भारतीय किसान महासभा के संयुक्त आह्वान पर 15 दिसंबर से 28 दिसंबर तक राज्य में किसान बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत किसान संघर्ष यात्रा निकाली जाएगी. चट्टी-बाजारों पर नुक्कड़ सभाओं का आयोजन करके तीनों काले कृषि कानूनों व प्रस्तावित बिजली बिल 2020 की सच्चाई से किसानों को वाकिफ करवाया जाएगा.
हरेक गांव में किसान पंचायतों का भी आयोजन होगा और वहां से इन कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किये जाएंगे. पंचायतों से लिए गए प्रस्ताव को 29 दिसंबर के आयोजित राजभवन मार्च में राज्यपाल महोदय को सौंपा जाएगा. इस दौरान हरेक पंचायत में मोदी-अमित शाह का पुतला दहन करने का भी निर्णय लिया गया है.
आइसा जिला संयोजक अंसार खान और इनौस जिला संयोजक फरहान रजा ने कहा कि छात्र संगठन आइसा व युवा संगठन इनौस अंबानी-अडानी के सामानों, दुकानों, माॅल प्रतिष्ठान आदि के बहिष्कार का शांतिपूर्ण आंदोलन चलायेंगे और बाॅयकाट करेंगे. अंबानी-अडाणी के हाथों देश की खेती-किसानी को गिरवी रखना देश की जनता कभी स्वीकार नहीं करने वाली है. इस मौके पर भाकपा माले नेता योगेन्द्र यादव, सुरेन्द्र चौधरी, जवाहर प्रसाद, रिखि साह, विनोद कुशवाहा, फुलदेव कुशवाहा, भरत ठाकुर, हाकिम अंसारी, सीताराम राम, अच्छे लाल राम, गुड्डू मिश्रा, राधाकान्त माझी, इसलाम मियां, भारतीय किसान यूनियन के नेसार अहमद आदि लोगों ने सभा को संबोधित किया।