कबाड़ बेचकर करमचारी हुए मालामाल किसान हुए बदहाल
बेतिया/ चनपटिया संवाददाता मुख लाल महतो की रिपोर्ट
पश्चिमी चंपारण का सुप्रसिद्ध चनपटिया चीनी मिल विगत एक दशक से बंद हो जाने के कारण एक और चीनी मिल हुआ जंगल में तब्दील तो दूसरी ओर इस क्षेत्र के गन्ना किसान हुए बदहाल।
इस संदर्भ में चनपटिया मिलके एक सुरक्षाकर्मी कमलेश कुमार द्वारा बताया गया कि विगत कितने वर्षों से चीनी मिल बंद पड़ा है यदि इस चीनी मिल का संचालन करा दिया जाए तू इस क्षेत्र के कितने बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल जाता रोजगार के लिए युवाओं को दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ता
साथ ही साथ इस क्षेत्र के किसानों की भी हालत में सुधार हो जाती
इस संदर्भ में सोमवार को चनपटिया प्रखंड परिसर में क्षेत्र के किसान मजदूर और बाढ़ पीड़ितों अपनी मांगों को लेकर ओमप्रकाश क्रांति के नेतृत्व में चीनी मिल के संचालन एवं बाढ़ पीड़ितों सहित किसानों की विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए धरना प्रदर्शन किया तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।