नवीन सिंह कुशवाहा, घोड़ासहन, छठ जैसे पावन पर्व के अवसर पर लोग हर रोज दूर दूर से खरीदारी करने के लिए घोड़ासहन आते है जहाँ उनका घंटो जाम में फसे रह रहे है। हर रोज जाम का एक मात्र कारण होता है, शहर के बीचोबीच से बड़ी गाड़ियां जैसे प्राइवेट बस एवं मालवाहक ट्रक का गुजरना।
बाजार में अतिक्रमण भी मुख्य कारणों में से एक है,छोटे छोटे दुकान रोड तक फैला हुआ होना,जिसके वजह से सड़क की चौड़ाई कम हो जाती है जिसे दोनों तरफ से गाड़ियों को पास होना मुश्किल हो जाता है।
इस भीड़ वाले समय में भी प्रशासन हर जगह नदारत नजर आ रही है जाम के समय ट्रैफिक हटाने के लिए प्रशासन का न होना लोगो को बहुत कठिनाई उठानी पड़ रही है।
घोड़ासहन एक भारत नेपाल बॉर्डर से काफी साटे एक बडे बाजार के तौर पर होने के वजह से नेपाल से भारी मात्रा में लोग खरीदारी करने के लिए आते है जिसके वजह से बहुत भीड़ हो जाती है।
इससे कैसे निजात पाया जा सकता है?
इस जाम से निजात पाने के लिए प्रशासन का एक प्रयास काफी होगा ताकि लोगो को ऐसी परेशानियों का सामना न करना पड़े ,रोड पर लगे अतिक्रमण को हटाकर और बड़े गाड़िया जैसे बस ,ट्रक को एक नियमित समय में ही प्रवेश का अनुमती दी जाए जिसके वजह से वेवजह जाम न लगे या बड़े गाड़ियों की अलग रास्ता निर्धारित किया जाना चाहिये। शहर के दुकानदारों को एक इसकी जानकारी दी जानी चाहिए कि सुबह 8 बजे के बाद और शाम 7 बजे तक कोई भी मालवाहक गाड़ी बाज़ार के बीचोबीच से न मंगाये ताकि जाम न लगे।