न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान
बेतिया (पश्चिम चम्पारण)सत्संग में साधना और सेवा दोनों ही जरूरी है। साधना और सेवा दोनों करना एक मानव के लिए आवश्यक है। साधना से अंतःकरण पवित्र होता है। वही परोपकार से लोक परलोक दोनों बनता है। उक्त बातें परम सत्संग के सेवादार नवल किशोर तिवारी ने कही। वे रविवार को जबदौल मठ परिसर में गरीब व असहाय लोगों के बीच कंबल वितरण कर रहे थे । उन्होंने कहा की हमारे संतो में सेवा को ही महान बताया है । ” तरुवर फल नहिं खात है, नदी न संचय नीर।
12 मार्च के कारणे, साधून धरा शरीर।। उन्होंने बताया कि 9 जनवरी 2022 से परम सत्संग के बैनर तले प्रत्येक रविवार को बेतिया मैनाटांड़ मुख्य पथ में जिला मुख्यालय बेतिया से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जब डॉल मठ परिसर में सत्संग का आयोजन या जाता है साथ ही कड़ाके की इस ठंड में कंबल वितरण किया जा रहा है ।
उक्त मौके पर मंजू देवी, राजकालो देवी,बागड़ राउत, योगी राउत,लालचुन्नी देवी, मैनेजर महतो,सुरेंद्र कमकर, ध्रुव पासवान,शिव कुमार ठाकुर,चोकट पासवान,मगन साह,शंकर दास,रामचंद्र साह,भगेलू साह,बैद्यनाथ ठाकुर,मराछो देवी,छठू राम,विनोद झा,महंथ महतो, रमेश साह,राजदेव राउत,
बचन यादव,यमुना साह, सुरेन्द्र प्रसाद,बनारसी राम,महेंद्र बैठा, महावीर, ब्रह्मा देव,मनोहर राम,बिजली महतो,गिरधारी महतो,रूदल राम,सुकट ,अदालत दास,लालसा कुवर,हरेन्द्र महतो, रामप्रभा कुअर,गायत्री देवी,सुनीता देवी सहित 4 दर्जन लोगों के बीच कंबल वितरण किया गया। मौके पर सत्संगी ललन सिंह,सुरेश चौबे, कन्हैया पाण्डेय,जटाशंकर पाण्डेय,सरल साह,शिवधारी महतो,नवमी साह, विनोद पाठक,अवधेश सिंह,पासपत साह आदि उपस्थित थे।