सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट!
बेतिया/ सिकटा! सिकटा में रसोई गैस वितरण में एजेंसी संचालक के लूट खसोट का शिकार हो रहे है स्थानीय उपभोक्ता।महंगाई के इस भीषण विभीषिका में अतिरिक्त बोझ से बोझिल हो रहे है उपभोक्ता जिससे उनमें रोष है।यहाँ पर गैस एजेंसी के संचालक गैस के वास्तविक दाम से चालीस से पचास रुपये की अतिरिक्त राशि की वसूली अपने अवैध भेंडरो से करा रहे है।सरकार द्वारा गैस का निर्धारित मूल्य 1050 रुपया है।जबकि भेंडरो द्वारा 1090 और 11सौ रुपये की वसूली की जा रही है।जब भी कोई उपभोक्ता इस पर आवाज उठाने का प्रयास अवैध भेंडरो से करते है, तो उनको सीधी धमकी दी जाती है।
कि आप इतने में गैस ले लीजिए नही तो यह आना भी बंद हो जाएगा।सूत्रों की माने तो उनके इस धमकी भरे लहजे के पीछे गैस एजेंसी संचालक की मौन स्वीकृति प्राप्त है।कारण की अवैध कमाई का 90 प्रतिशत हिस्सा सीधे मालिक के पास पहुचता है।सिकटा के कई गैस उपभोक्ताओं ने बताया कि गैस एजेंसी के इस मनमानी से वे परेशान है।इस महंगाई के दौर में अतिरिक्त उगाही कमर तोड़ने का काम कर रही है। बताते चले कि सिकटा में एक शशि एचपी गैस एजेंसी का संचालन हो रहा था।तकनीकी कारण वश पिछले साल इस गैस एजेंसी का लाइसेंस रद्द कर दिया गया।
तब कंपनी के अधिकारियों ने सिकटा के हजारों उपभोक्ताओं को मैनाटॉड स्थित देव गैस एजेंसी, चनपटिया स्थित शिवम गैस एजेंसी और नारकटियागंज स्थित सम्राट गैस एजेंसी के ऊपर गैस वितरण का जिम्मा सौप दिया।भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सिकटा गैस एजेंसी के अधिक उपभोक्ताओं को देव गैस एजेंसी मैनाटॉड को सौप दिया गया।नतीजन एजेंसी संचालक अब उपभोक्ताओं को अपने लूट का शिकार बना रहे है।राजद नेता जावेद आलम उर्फ पप्पू, राजन गुप्ता, दीपक कुमार बब्लू गुप्ता समेत कई अन्य ने बताया कि एक तो महंगाई की मार से अवाम बोझिल है ऊपर से ऐजेंसी संचालक उपभोक्ताओं को लूटने में कोई कसर नही छोड़ रहे है।उन्होंने सरकारी दर 1050 रुपये में ही होम डिलेवरी गैस पहुँचवाने का मांग संबंधित अधिकारियों से किया है।उधर इस संबंध में पूछे जाने पर एचपीसीएल के एरिया मैनेजर अविनाश कुमार ने बताया कि इस मामले में शिकायत मिली थी।होम डिलेवरी गैस सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर ही वितरण कराने का निर्देश जारी किया गया है। अगर कोई भी व्यक्ति 1050 से अधिक की राशि वसूली करता है तो यह गलत है।