सिकटा से अमर कुमार की रिपोर्ट।
सिकटा ( पश्चिमी चंपारण)
स्थानीय अंचल कार्यालय में ब्याप्त भ्रष्टाचार और कथित भ्रष्ट अंचलाधिकारी के खिलाफ भाकपा(माले) ने एक विरोध मार्च निकाला।मांग था उनके बर्खास्तगी का।मुख्यअतिथि माले नेता सह विधायक विरेन्द्र प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में यह विरोध मार्च पूरे बाजार का भ्रमण किया।विधायक ने कार्यकर्ताओ से अपील किया कि वे अपने-अपने गांवों में जाकर आज से ही भ्रष्ट सीओ मनीष कुमार के बर्खास्तगी के लिए एक सप्ताह तक मशाल जुलूस निकाले।साथ ही सीओ के करतूतों को माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर अवगत कराकर बर्खास्त करायेंगे।विधायक श्री गुप्ता ने आगे कहा सीओ के बर्खास्तगी के लिए गांव-गांव में एक सप्ताह मशाल जुलूस के बाद तिथि निर्धारित कर जिला मुख्यालय में कलेक्टर के समक्ष प्रदर्शन करेंगे ताकि भ्रष्ट सीओ से इस अंचल को मुक्ति मिल सके।उन्होंने कहा कि सीओ के जुल्म,अत्याचार व तांडव से सिकटा की जनता त्रस्त है।विधायक ने कहा कि हाईकोर्ट के नाम पर बलथर में तेरह गरीबों को सीओ के द्वारा उजाङा गया।जबकि हाईकोर्ट का कोई फैसला नहीं था।तिकड़मबाज सीओ मनीष कुमार ने एक भूपति के सामने से गरीबों उजाङने के लिए एक तरीका अपनाया।भूपति के बटाईदार जवाहर साह से सीओ के द्वारा कहा गया कि इस फार्म पर दस्तखत करे ताकि आपको वृद्धापेंशन मिलेगा।इस तरह हाईकोर्ट के वकालतनामा पर दस्तखत कराकर रीट कर दी गई।उस रीट में अतिक्रमण वाद अंचलाधिकारी के यहां चलाने की मांग की गई।हाईकोर्ट से आदेश मिलते ही जिसपर सीओ ने आनन-फानन में अतिक्रमण वाद चलाकर बलथर में गरीबों को उजाङ दी गई।जवाहर साह ने बताया कि हम कुछ नहीं जानते है।इस तरह सीओ ने भूपति के पक्ष में कानून से हटकर नंगा नाच किया।सीओ के अत्याचार व जुल्म से पुरैनिया,सिकटा बाजार,मुर्ली-परसौनी समेत कई गावों के गरीब त्रस्त है।इस अंचलाधिकारी के कार्यकाल में किसी भी काम के एवज में बिना लक्ष्मीनारायण के चढ़ावा के बिना गरीब का कोई काम नही होता है।विरोध मार्च की अध्यक्षता माले नेता विरेंद्र पासवान ने की।मौके पर माले नेता संजय राम,बीरबल पासवान,इस्लाम अंसारी,संजय मुखिया,कलाम अंसारी,रामाकांत मांझी,सुरेश राम,भोला मुखिया,पूर्व मुखिया रामप्रवेश महतो,सोनालाल पासवान,अच्छेलाल पासवान व राजन गुप्ता समेत कई शामिल थे।