बगहा के लाल ने रचा इतिहास, डॉक्टर बन देशभर में किया नाम रोशन
रमेश ठाकुर के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बगहां (पच्छिम चम्पारण)
बगहा के बेटे तुषार रंजन ने एम्स गोरखपुर से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त कर न सिर्फ अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम गौरवान्वित किया है। गौरव की बात यह है कि उन्हें यह डिग्री भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के कर-कमलों से एम्स गोरखपुर के पहले दीक्षांत समारोह में प्रदान की गई।
डॉ. तुषार रंजन ने 2019 में मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) में ऑल इंडिया रैंक 1818 हासिल कर एम्स गोरखपुर में प्रवेश लिया था। वे इस प्रतिष्ठित संस्थान के पहले एमबीबीएस बैच का हिस्सा रहे। पढ़ाई के दौरान वर्ष 2022 में उनके पिताजी अवधेश भावसिंका का कैंसर से निधन हो गया। इस दुखद घटना ने तुषार को झकझोर तो दिया, लेकिन उनका संकल्प और सेवा भावना कम नहीं हुई।
तुषार ने बताया कि जब पिता का निधन हुआ, तो लगा कि सब कुछ रुक जाएगा। लेकिन उनकी मां नेहा देवी और बड़े भाई निखिल भावसिंका ने उन्हें हिम्मत दी और पढ़ाई को कभी रुकने नहीं दिया। मां और भाई के सहयोग से उन्होंने डॉक्टर बनने का सपना पूरा किया।
डॉ. तुषार परिवार में चार भाई-बहनों में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल, गोपालगंज से पूरी की थी। वे अब आगे सर्जरी में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं। उनका कहना है,
“मैं अब सर्जन बनकर देश और अपने बगहा क्षेत्र के लोगों की सेवा करूंगा। राष्ट्रपति से प्रमाणपत्र पाना मेरे और मेरे परिवार के लिए अत्यंत गौरव की बात है।”
डॉ. तुषार जैसे युवा न केवल क्षेत्र के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि कठिन परिस्थितियाँ भी किसी के सपने की उड़ान को रोक नहीं सकतीं।