नदारद कर्मचारी को लेकर ग्रामीणों ने जताया आक्रोश!
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
इनरवा ( पश्चिमी चंपारण )
मैनाटांड अंचल कार्यालय में इन दिनों दलालों एवं बिचौलियों का अड्डा बना हुआ है। अंचल क्षेत्र के टोला चपरिया पंचायत के राजस्व कर्मचारी अजीत कुमार कर्मी के तानाशाह रवैये के कारण आए दिन अंचल कार्यालय में हो-हंगामा का सिलसिला थम नही रह है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा की कर्मचारी अजीत कुमार से मुलाकात नहीं होती है। ना कार्यालय में ना ही क्षेत्र में कई ग्रामीण और विद्यार्थी अपने अपने जमीन की दाखिल-खारिज व पेपर पर हस्ताक्षर के लिए तीन दिन से लगातार अंचल कार्यालय के चक्कर काट रहे है। लोगों का जमीन की दाखिल-खारिज दो-दो साल से नही हुआ है। ग्रामीण नीतीश कुमार, कुशहर महतो, शंभु राम, आनंद सरकार, भीम्बली माँझी, सुरेश सरकार आदि ने बताया कि उक्त जमीन जिसकी दाखिल-खारिज के लिए हमे दो साल से लगातार अंचल कार्यालय का चक्कर कटवा रहा है। लेकिन फिर भी दो वर्ष बीत जाने के वावजूद भी उक्त जमीन का दाखिल-खारिज नही हो पाई है। जबकि दाखिल-खारिज करवाने के नाम पर अंचल के बिचोलिये द्वारा उनसे रुपये भी लिया गया है। अंचल कार्यालय में बिचौलियाँ और दलालों के माध्यम से काम होता है। सीधा कागज लेकर कोई जाता है तो उनको महीनों दौड़ाया जाता है। या तो उसके आवेदन पर ध्यान नहीं दिया जाता है, बहाने बनाकर टालमटोल दिया जाता है। लोगों ने बताया की कर्मचारियों को अपने काम के लिए सुविधा शुल्क देने पर काम हो जाता है।