ब्यूरो रिपोर्ट वकीलुर रहमान खान, बेतिया: बुधवार 8 जुलाई 20 बाद शिशुरोग विशेषज्ञ, डॉ.अनिल मोटानी क्लीनिक में हंगामा ,परिवार का रो रो कर बुरा हाल। डॉ. की लापरवाही से हुई बच्चे की मौत, डॉ.क्लीनिक छोड़कर हुआ फरार। बेतिया के जनता सिनेमा चौक स्थित शिशु रोग विशेषज्ञ व चिकित्सक डॉ. अनिल मोटानी के क्लीनिक एक 14 महीने का बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों का कहना है कि सुबह 7:00 बजे अपने बच्चे को लेकर इलाज के लिए डॉ.अनिल मोटानी के पास आए हुए थे और उसी वक्त से यहां पर हमारे बच्चे का इलाज चल रहा था. और जब हमारे बच्चे की मौत हो गई तो उन्होंने रेफर कर दिया.जब हम अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टर ने बताया कि आपका बच्चा मर चुका है।
बता दें कि बुखार होने की शिकायत पर असरूद्दीन के 14 माह के पुत्र को परिजनों ने सुबह में डा. अनिल मोटानी के क्लीनिक में इलाज के लिये लाया। जहां इमर्जेंसी का हवाला देते हुये उसे भर्ती कर लिया गया. जहां इलाज क्रम में बच्चे की मौत दोपहर के करीब एक बजे हो गई. जिसके बाद क्लीनिक के कम्पाउंडरों के द्वारा बच्चे को जीएमसीएच ले जाने की सलाह दी गई. जिसपर परिजन उग्र होकर हंगामा करने लगे. सूचना पर पहुंची नगर थाना की पुलिस मामले को शांत करा दिया।
मृतक के परिजनों का कहना था कि सुबह ही बच्चे को क्लिनिक में भर्ती कराया गया था. कम्पाउंडर ने बोला था कि अगर डॉक्टर इमरजेंसी में देखेंगे तो 600 रुपया लगेगा और 11 बजे दिखाइएगा तो 400 लगेगा. जिसके बाद इमरजेंसी में हमने बच्चे को भर्ती करा दिया. बच्चा को क्लीनिक में भर्ती कराया गया. इस क्रम में बुखार होने पर उसे स्नान करा दिया गया. जिससे उसकी स्थिति और भी खराब हो गई. उसके बाद डॉक्टर द्वारा बोला गया कि बच्चे को ऑक्सीजन की जरूरत है। इस बीच बच्चे ने दम तोड़ दिया था. परिजनों ने क्लीनिक प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे. मृत बच्चे की पहचान नरकटियागंज पुलिस
अनुमंडल क्षेत्र के शिकारपुर थाना अंतर्गत डीके शिकारपुर गांव निवासी असरूद्दीन के पुत्र के रुप में की गई है।