बेतिया: न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान, मानसून की पहली बरसात में ही पूरा का पूरा नगर निगम क्षेत्र जलमग्न सा हो गया है। करोड़ों के सफाई संसाधन रहते एक सक्षम नेतृत्व के अभाव नगर निगम प्रशासन असहाय नजर आ रहा है। शहर के सभी 39 वार्डों में जल जमाव होने की समस्या वर्षों बाद दिख रही है।
बीते साल झमाझम बरसात के बाद भी पानी तीन से चार घंटे में निकल जाता था। नाले नालियों के कीचड़ के साथ से निकली सड़ांध वाली गंदगी लोगों को परेशान नहीं करती थी। किसी भी रोड या मुहल्ले में जल जमाव का दृश्य दिखते ही कुछेक स्वनाम धन्य माननीय पार्षद और कुछेक परिजन या प्रतिनिधि ही जल जमाव की तस्वीरों को वायरल करने में तनिक देर नहीं करते थे।
आज के लूटतंत्र में शामिल हुये उन बड़बोले माननीयगण की आज बोलती बंद है।उपरोक्त पीड़ा व व्यथा को निवर्त्तमान नप सभापति गरिमा देवी सिकारिया ने सांझा किया। उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल मेरी पीड़ा सिर्फ और सिर्फ नगर निगम क्षेत्र की आम और खास जनता के परेशानी और सांसत में होना ही है। ओछी राजनीति और सरकारी राशि के बंदरबांट के लिये षड्यंत्र कर के मुझे अवैधानिक तरीके से जबरन हटाने वाले लोग जनता की ऐसी पीड़ा उर परेशानी पर जुबान तक नहीं खोल पा रहे हैं। ऐसी स्थिति भी हमारे व्यथित होने का कारण है।