बेतिया /सिकटा से अमर कुमार की रिपोर्ट,* कुदरत का कहर भी कितना बेरहम होता है, शायद किसानों से अधिक इसे कोई समझ नही पायेगा।कड़ी मेहनत, दिन भर धूप की तपिश झेलने के बाद भी मेहनत का फल पानी पानी हो जाये तो दुःख निश्चित ही होता है।पर किया भी क्या जा सकता है।समय से हुई बारिश और बारिश के बाद लगातार चार बार आई बाढ़ ने किसानों के कमर को तोड़ दिया है।वे अब कही के नही रहे।धान के बिचड़े नष्ट हो गए।किसी तरह कुछ बचे बिचड़े से खेती की गई।बाढ़ ने उनको भी लील लिया।ऐसे में किसान अब कर भी क्या सकते है।
धान को कौन कहे,इस बाढ़ से गन्ने के फसल को भी भारी क्षति पहुंची है। एक नजर में प्रखंड के 16 पंचायतों में धान एवं गन्ने के फसलों के लिए तैयार की गई खेती आंकड़े एक नजर में (सभी भूमि हेक्टेयर में) धनकुटवा पंचायत में खेती के लिए योग्य भूमि जिसमे गन्ना 350 हेक्टेयर और अन्य फसल(धान)577।खेती की गई गन्ना 350 हेक्टेयर भूमि में, धान के बिचड़े 45 हेक्टेयर में और धान 79 हेक्टेयर में किये गए जिसमे बाढ़ से क्षति हुए 63 हेक्टेयर में लगे गन्ने के फसल और 12हेक्टेयर भूमि में लगे धान के फसल।
झखरा बैसख्वा पंचायत में खेती के लिए योग्य गन्ने के लिए 187 और अन्य फसल के लिए453 हेक्टेयर भूमि।लगाए गए गन्ने 183 बिचड़े 35 और धान 62 हेक्टेयर भूमि में।नुकसान हुए गन्ने 28हे0 बिचड़े 4 हे0 धान 12हे0 । बेहरा में योग्य भूमि गन्ने के लिए 205 हे0 अन्य के लिए 535 हे0।खेती की गई भूमि गन्ना 205 हे0,बिचड़े 42 हे0 और धान 73 हे0 में नष्ट हुये फसल गन्ना 30 हे0,बिचड़े 4 हे0 और धान 18 हे0। बलथर में योग्य भूमि गन्ने के लिए 190 हे0में अन्य 570 हे0 खेती की गई गन्ने की190 हे0 बिचड़े 44 हे0 धान 78 हे0भूमि बाढ़ से नुकसान हुए गन्ने की फसल 47 हे0 बिचड़े 7 हे0 धान 22 हे0 में ।
कठिया मठिया पंचायत में खेती के लिए योग्य भूमि गन्ने के लिए 57 हे0 अन्य के लिए 533 हे0खेती की गई गन्ने की 57 हे0 बिचड़े 41 हे0 धान 73 हे0 में नुकसान हुए गन्ने की 17 हे0 बिचड़े 21 हे0 और धान 18 हे0। मसवास पंचायत में योग्य भूमि गन्ने के लिए 55 हे0 अन्य के 672 हे0 खेती की गई भूमि गन्ने की 55 हे0 बिचड़े 52 हे0 और धान 92हे0 नुकसान हुए गन्ने के गन्ने के 10 हे0 बिचड़े 25 हे0 धान 27 हे0भूमि में लगे फसल। शिकारपुर पंचायत में खेती के लिए योग्य भूमि गन्ने के लिए 174 हे0 अन्य के लिए 523हे0 खेती की गई गन्ने की 174 हे0 बिचड़े 44 हे0 धान 71हे0 नुकसान हुए गन्ने के फसल 46 हे0 बिचड़े 15 हे0 धान 21 हे0 । सिकटा पंचायत में योग्य भूमि 34 हे0 अन्य 452 हे0 खेती की गई गन्ने की 34 हे0 बिचड़े बिचड़े 34 हे0 धान 59 हे0 में नुकसान हुए गन्ने 10 हे0 बिचड़े 7 हे0 धान 17 हे0।
सिरिसिया पंचायत में खेती के योग्य भूमि गन्ने के लिए 301 हे0 अन्य के लिए 448 हे0 खेती की गई गन्ने की 301हे0 बिचड़े की 35 हे0 धान की 61 हे0 नुकसान हुए गन्ने की 10 हे0 बिचड़े 9 हे0 धान 17 हे0 । पुरैना पंचायत में खेती के लिए योग्य भूमि गन्ने के लिए 308 हे0 अन्य फसल के लिए 994 हे0 खेती की गई भूमि गन्ने की 308 हे0 बिचड़े 77 हे0 धान 135 हे0 बाढ़ से नुकसान हुए गन्ने 77हे0 बिचड़े 5 हे0 धान 40 हे0 । सुगहा भवानीपुर पंचायत में खेती के योग्य भूमि गन्ने के लिए 186 हे0 अन्य के लिए 701 हे0 खेती की गई भूमि गन्ने की 186 हे0 बिचड़े 55 हे0 धान 95 हे0 नुकसान हुए गन्ना 55 हे0 बिचड़े 28 हे0 धान 24 हे0। सूर्यपुर पंचायत में खेती के लिए योग्य भूमि गन्ने के लिए 352 हे0 अन्य के लिए 523 हे0 खेती की गई भूमि गन्ने की 352 हे0 बिचड़े 41 हे0 धान 71 हे0 नुकसान हुए गन्ने 98 हे0 बिचड़े 14 हे0 धान 20 हे0 ।
जगरनाथपुर पंचायत में खेती के योग्य भूमि गन्ने के लिए 188हे0 अन्य के लिये 508 हे0 खेती की गई गन्ने की 188हे0 बिचड़े 40 हे0 धान 59 हे0 नुकसान हुए गन्ने 37 हे0 बिचड़े 19 हे0 धान 13हे0। गौचरी पंचायत में खेती के लिए योग्य भूमि गन्ने के लिए 170 हे0 अन्य के लिए 521 हे0 खेती की गई गन्ने की 170 हे0 बिचड़े 41 हे0और धान 71 हे0में नुकसान हुए गन्ने 34 हे0 बिचड़े 9 हे0 धान 15 हे0। परसौनी पंचायत में खेती के योग्य भूमि गन्ने के लिए 157 हे0 अन्य के 499 हे0 खेती की गई गन्ने कि 157 हे0 बिचड़े 39 हे0 धान 68 हे0 नुकसान हुए गन्ने 28 हे0 बिचड़े 3 हे0 धान 13 हे0। सरगटिया पंचायत में खेती के लिए योग्य भूमि गन्ने फसल के लिए 364 हे0भूमि अन्य फसल(धान) 777 हे0 खेती की गई गन्ने की 364 हे0 बिचड़े गिराए गए 60 हे0भूमि में धान की रोपनी की गई 106 हे0 भूमि में बाढ़ के कारण नुकसान हुए गन्ने की खेती 63 हे0 बिचड़े नष्ट हुए 11हे0 21 हेक्टेयर भूमि में लगाये गए धान के फसल नष्ट हुए है बताते चले कि प्रखंड में गन्ने के लिए 2928 हे0 भूमि योग्य है।जिसपर खेती की गई है।
जिसमे 590 हे0 भूमि में लगे गन्ने के फसल नष्ट हुए है।उधर अन्य फसलों के लिए खेती के लिए 8689 हेक्टेयर भूमि है।जिसमे किसान बड़ी मेहनत कर 676 हेक्टेयर भूमि पर धान के बिचड़े लगाए जिसमे बाढ़ से 179 हेक्टेयर भूमि में लगे बिचड़े नष्ट हो गए है।वही 1183 हेक्टेयर भूमि में धान के फसल लगाए गए है।जिसमे बाढ़ से 298 हेक्टेयर भूमि में लगे धान के फसल बाढ़ के पानी मे सडगल गए है।प्रखंड कृषि पदाधिकारीधीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ से हुई क्षति का रिपोर्ट जिला मुख्यालय भेज दिया गया है।रही बात किसानों की तो प्राकृतिक आपदा की मार से कोई बच थोड़े ही सकता है।इंसान विवश होता है, फिर भी उन्हें सरकार के जारी निर्देश के आलोक में अनुदानित दर पर बीज मुहैया कराई जाएगी।