आखिर किस सरकार के जमाने मे सुधरेगी बिहार बाल विकास परियोजना की हालत! तभी तो लोग बिहार को करते हैं बदनाम !

आखिर किस सरकार के जमाने मे सुधरेगी बिहार बाल विकास परियोजना की हालत! तभी तो लोग बिहार को करते हैं बदनाम !

Bettiah Bihar West Champaran

रामनगर से ठाकुर रमेश शर्मा के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!
( मुहर्रम पर विशेष न्यूज )

रामनगर (पश्चिमी चंपारण) आम जनों में हमेशा चर्चा रहती है कि आईसीडीएस (बिहार) में हेराफेरी ही होती है – वह चाहे टीएचआर वितरण हो या सुपरवाइजरो की स्कूटरी रुपए गमन या किसी भी प्रकार की बहाली।
हम चर्चा कर रहे हैं पश्चिम चंपारण में वर्षों पहले बहाल हुए आंगनवाड़ी सहायिका की !
जी हां -हमने पड़ताल करके न्यूज़ संकलन किया है रामनगर विधान क्षेत्र के रामनगर प्रखंड थाना गोवर्धना अनुमंडल बगहा जिला पश्चिमी चंपारण बिहार के ग्राम पंचायत राज गुदगुदी वार्ड नंबर 1, जहां महादलित मुसहर जाति उरांव जाति के साथ अनेकों अलग – अलग जाति के लोग पुराने जमाने से रहते चले आ रहे हैं।
यहीं पर सहायिका बहाली पर अगर ब्यूरोक्रेट संज्ञान ले तो फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाली होना प्रतीत  जरूर होगा।
इस पंचायत के संतपुर गांव,वार्ड संख्या 1 सरकारी स्कूल के पास आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 153 पर बहाल सहायिका शीला देवी वर्षों से कथित फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर चयनित हुई थी, जिनका आधार कार्ड में जन्मतिथि 07-05 -1973 है,तथा इनकी बड़ी बेटी संदया देवी उर्फ संदेलवा का जन्म तिथि आधार कार्ड में 01-01-1978 है। यानी मां से बेटी 5 वर्ष की उम्र में हुई थी – हाय रे कलाकारी नियोजन करने वाले की !
इतना ही नहीं,उनका पुत्र यानी शीला देवी का पुत्र चंदेश्वर बाबू- इनका जन्म तिथि आधार कार्ड के अनुसार 01-01-1989 है यानी की शिला देवी सहायिका का पुत्र अपने मां से महज 16 वर्ष के छोटे हैं।
इस पंचायत में मुखिया इस बार नाई समाज के निर्वाचित हुए हैं। शीला देवी का आधार कार्ड संख्या 2348 7126 0811 है,  बेटी संदया  देवी का आधार संख्या 7469 9965 6687 है तथा पुत्र चंदेश्वर बाबू का आधार नंबर 5960 2117 6611 है।
अगर कोई पंचायत वासी या बाहर का व्यक्ति सहायिका शीला देवी से इनके चयन के ऊपर बात करता है या पूछता है तो तरह-तरह की धमकी देती हैं। कहती हैं कि “हमारे लोग ऊपर तक बैठे हैं”।
आखिर अब सवाल यह उठता है कि इनकी बहाली इतने फर्जी होने के बाद भी किस आधार पर हुई है।
इस प्रकरण पर पूछताछ के लिए डीपीओ बेतिया पश्चिम चंपारण निरुपमा मैडम से दूरभाष पर पत्रकारों ने बात करना चाहा तो फोन नहीं उठाया तथा बाद में री डायल करने पर स्विच ऑफ कर दिया।
हालांकि रामनगर आईसीडीएस के कार्य क्षेत्र में ऐसी बहाली कोई चोकने वाली बात नहीं है। जांच हो तो चारा घोटाले की तरह और भी मामले उजागर होंगे। तत्काल तो डीपीओ को शीला को चयन मुक्त करना अनिवार्य होगा, क्योंकि आखिर किसके संरक्षण में ऐसे-ऐसे लोग खुला खा रहे हैं तथा टब में नहा रहे हैं।
फिलहाल तो एसडीएम बगहा अनुपमा मैडम तथा जिलाधिकारी बेतिया पश्चिम चंपारण को संज्ञान लेना होगा तभी आईसीडीएस पश्चिम चंपारण में व्यापक भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सकेगा।
इस बाबत अल्पसंख्यक समाज के गुदगुदी पंचायत के पूर्व मुखिया नसीम अख्तर ने बताया कि हमारे क्षेत्र में आज मोहर्रम का त्योहार धूमधाम और शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है।किसी तरह का कोई विवाद नहीं है।पूरे रामनगर प्रखंड में कोई विवाद नहीं है। हमारा पंचायत तो हिन्दू समाज भी हमेशा भाईचारे से हमारे विरादर के साथ रहता है। महज आंगनबाड़ी सेविका ही नहीं,दीगर पदो पर भी अगर फर्जी बहाली हुई है तो सिघ्र ही चयनमुक्त करना चाहिए तभी जनहित में सरकार की पहल सही मनी जाएगी।
इस क्षेत्र के चौक चौराहों पर शराब बंदी के बाद भी शराब क्यो  बिक रहा है ? जिसपर सीघ्र प्रतिबंध लगना  चाहिए।

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