चंपारण के सुगौली और लौरिया चीनी मिलों में गन्ना के साथ – साथ मक्के और ब्रोकन राइस के जरिए इथेनॉल उत्पादन के लिए केंद्र सरकार ने दिए 168 करोड रुपए!
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट
बेतिया ( पश्चिमी चंपारण) बिहार के किसानों के लिए एक खुशखबरी है दरअसल राज्य के दो चीनी मिलों को केंद्र सरकार से बड़ी सौगात मिली है चंपारण के सुगौली और लौरिया चीनी मिल में अब मक्के और ब्रोकन राइस से भी एथेनॉल का उत्पादन हो सकेगा! गन्ने के सीजन में 4 महीने गन्ना से और उसके 6 महीने मक्का और ब्रोकन राइस के जरिए एथेनॉल का निर्माण होगा। चंपारण के किसानों की समृद्धि के लिए केंद्र सरकार की यह पहल अच्छी मानी जा रही है।
इथेनॉल निर्माण की दिशा में 168 करोड रुपए केंद्र सरकार की ओर से इस योजना के लिए आवंटित किया गया है साथ ही साथ एचपीसीएल बायोफूल्स को इसकी जिम्मेदारी सौंप गई है पश्चिमी चंपारण के सांसद और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे डॉक्टर संजय जायसवाल ने बेतिया मे इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि एचपीसीएल बायोफ्यूल्स के द्वारा लौरिया और सुगौली चीनी मिल में मक्के एथेनॉल का उत्पादन शुरू हो जाएगा उन्होंने बताया कि चीनी मिल में 4 महीने गन्ना के सीजन में गन्ने से फिर उसके बाद 6 महीने मक्का और ब्रोकन राइस के जरिए एथेनॉल का उत्पादन होगा।
डॉ संजय जायसवाल ने यह भी बताया कि दोनों का टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है इस योजना पर 168 करोड रुपए का खर्च आएगा। जिसे केंद्र सरकार खर्च करेगी। इस इलाके के किसानों की आमदनी बढ़ेगी और उनकी आय दोगुनी हो जाएगी उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से चीनी मिल सिर्फ गन्ने की खरीद करती थी नई पेराई सत्र में अब चीनी मील मक्के की भी खरीद करेगी जिन दो चीनी मिलों को एचपीसीएल की ओर से संचालित किया जा रहा है वह कभी बदहाली के दौर से गुजरती थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा