पत्रकारों मीडिया कर्मियों एवं आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बिरादरी।

पत्रकारों मीडिया कर्मियों एवं आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बिरादरी।

Bettiah Bihar West Champaran
पत्रकारों मीडिया कर्मियों एवं आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बिरादरी।

पत्रकारों मीडिया कर्मियों एवं नागरिकों पर बमों एवं मिसाइलों से हमले जेनेवा कंवेंशन एवं अंतरराष्ट्रीय कानूनो का घोर उल्लंघन।

फिलिस्तीन एवं इजराइल युद्ध में शहीद हुए पत्रकारों ,मीडिया कर्मियों एवं आम नागरिकों को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।

बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!

बेतिया ( पश्चिमी चंपारण)
आज दिनांक 26 अक्टूबर 2023 गुरुवार के दिन बेतिया स्थित सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सत्याग्रह भवन में फिलिस्तीन एवं इजरायल युद्ध में शहीद हुए पत्रकारों मीडिया कर्मियों एवं नागरिकों के सम्मान में विश्व शांति सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया जिसमें सभी धर्म के लोगों ने भाग लिया इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली डॉ अमित कुमार लोहिया वरिष्ठ पत्रकार सह राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय आल मीडिया पत्रकार संघ डॉ अमानुल हक ,डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इजराइल एवं फिलिस्तीन के बीच चल रहे जंग में अब तक 6 हजार से ज्यादा आम नागरिक मारे गए हैं. इसमें 22 पत्रकार एवं मीडिया कर्मियों भी शामिल हैं। पत्रकारों मीडिया कर्मियों एवं आम नागरिकों के जीवन के अधिकार एवं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बिरादरी। पत्रकारों, मीडिया कर्मियों एवं आम नागरिकों पर बमों एवं मिसाइलों से हमले जेनेवा कन्वेंशन एवं अंतर्राष्ट्रीय कानूनो का घोर उल्लंघन है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव अंतोनियो गुतेरेस ने भी इस पर चिंता जताई है। सभ्य समाज में युद्ध एवं हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।
बड़े पैमाने पर हमला शुरू करने के बाद से कम से कम 22 पत्रकार शहीद हुए हैं। जंग में मारे गए, घायल, हिरासत में लिए गए या लापता पत्रकारों की सभी रिपोर्टों की जांच कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि 22 पत्रकारों में से 18 फ़िलिस्तीनी, तीन इज़रायली एवं एक लेबनानी थे, जबकि आठ पत्रकार घायल हो गए, तीन अन्य कथित तौर पर लापता हैं या हिरासत में लिए गए हैं। वरिष्ठ पत्रकार डॉ अमानुल हक हक ने कहा कि वह अन्य पत्रकारों के मारे जाने, लापता होने, हिरासत में लेने, चोट पहुंचाने या धमकाने और मीडिया कार्यालयों और पत्रकारों के घरों को नुकसान पहुंचाने की कई अपुष्ट रिपोर्टों की जांच कर रहे है।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय आल मीडिया पत्रकार संघ डॉ अमानुल हक ,डॉ महबूब उर रहमान एवं विभिन्न मीडिया संगठनों ने संयुक्त रूप से कहा कि संकट के समय पत्रकार एवं मीडिया कर्मी महत्वपूर्ण काम करने वाले नागरिक हैं। उन्हें युद्धरत दलों द्वारा निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए.” ”इस संघर्ष को कवर करने के लिए पूरे इलाके के पत्रकार बलिदान दे रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ विश्व बिरादरी एवं सभी पक्षों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए.”।

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