बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बेतिया (पश्चिमी चंपारण)
बेतिया राज का तो नाम आप लोगों ने तो अवश्य सुना होगा। बेतिया राज की संपत्ति और मंदिरों के देखभाल के लिए बेतिया राज बना हुआ है।
इसके प्रबंधक, लिपिक नजीर और सिपाही सभी अपनी वेतन तो दुगना कर लिए हैं मगर आज भी मंदिरों के पुजारीयो को ₹1000 से ₹1500 रुपया महीना वेतन प्रति माह बेतिया राज द्वारा भुगतान किया जाता है इसी 1000 से ₹1500 में से उन्हें प्रतिदिन धूप अगरबत्ती दिया एवं बाती तेल फुल प्रसाद मंदिरों के साफ सफाई के खर्च के साथ अपने घर परिवार का भी देखभाल करना होता है।
बेतिया राज्य के अधिकारी मंदिर को आस्था और अध्यात्म का केंद्र न मानकर उसे आई का स्रोत मानते हुए मंदिर से वसूली करने के लिए उसको टेंडर पर दे दिया। इतना ही नहीं बेतिया राज का जो जमीन पुजारी के नाम पर उनके जीवन यापन के लिए बेतिया राज द्वारा उन्हें लीज पर दिया गया था। उसे निरस्त कर दिया गया और इधर-उधर की जमीन बाहुबली लोगों को होने पौने दामों में लीज कर दी गई।
इतना ही नहीं सूत्रों से तू यह भी खबर मिली है कि अगर आप बेतिया राज के जमीन पर कब्जा करके घर बनाना चाहते हैं तो आप बेतिया राज के अधिकारियों को मोटी रकम देकर कब्जा कर सकते हैं।( हालांकि इस बात का अभी हमारे पास कोई प्रमाणित स्रोत नहीं है और हम इसकी दवा नहीं कर सकते)
जल्द ही बेतिया राज् के मंदिरों के पुजारीयो और बेतिया राज् के जमीनों को लेकर न्यूज़ जीरो किलोमीटर एक विस्तृत न्यूज़ श्रृंखला जारी करेगा।